भिवानी : गेस्ट टीचर नियमित करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं और पात्र अध्यापक नौकरी पाने के लिए। इनके संघर्ष के बीच 21,111 युवा और नौकरी की कतार में जुड़ गए हैं। यह वे युवा हैं, जिन्होंने हरियाणा अध्यापक पात्रता परीक्षा (एचटेट) पास कर ली है। गुरुवार को हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड द्वारा घोषित नतीजों में 6.26 प्रतिशत परीक्षार्थी सफल हुए हैं। रोचक पहलू यह है कि कुल पास होने वालों में महिलाओं की संख्या ज्यादा है लेकिन अनुपात की बात करें तो पुरुष परीक्षार्थियों का सफलता प्रतिशत ज्यादा रहा है। बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. केसी भारद्वाज ने बताया कि कुल 3,36,874 ने परीक्षा दी।इनमें से 1,17,630 पुरुष परीक्षार्थी थे, इनमें से 7,566 (6.43 प्रतिशत) पास हुए। परीक्षा देने वाली 2,19,244 महिलाओं में से 13,545 (6.17 प्रतिशत) को सफलता मिली। प्राइमरी टीचर (पीआरटी) का परिणाम 6.35 प्रतिशत, ट्रेंड ग्रेजुएट टीचर (टीजीटी) का 6.31 और पोस्ट ग्रेजुएट टीचर(पीजीटी) का सफलता प्रतिशत 6.11 प्रतिशत रहा। तीनों लेवल पर क्रमश: 7010, 8,480 व 5621 परीक्षार्थी पास हुए हुए हैं।
ओएमआर शीट की फोटोकॉपी ले सकेंगे
बोर्ड सचिव डॉ. अंशज सिंह के मुताबिक परिणाम के साथ -साथ सभी विषयों की उत्तर-कुंजी भी वेबसाइट पर उपलब्ध करवाई है। यदि कोई परीक्षार्थी अपनी ओएमआर शीट की फोटो प्रति लेना चाहता है तो, वह परीक्षा परिणाम घोषित होने की तिथि से 60 दिन के अंदर निर्धारित शुल्क 500 रुपये प्रति ओएमआर, वांछित अंडरटेकिंग एवं अपनी पहचान संबंधी दस्तावेज सहित प्रार्थना -पत्र कार्यालय में प्रस्तुत करके प्राप्त कर सकता है।
पिछले साल से बेहतर लेकिन फिर भी खराब
जुलाई 2013 में पीआरटी में 9.60, टीजीटी में 1.44 और पीजीटी में 2.70 प्रतिशत परीक्षार्थी पास हुए थे। बाद में बोर्ड ने कुछ संशोधन किया था, जिसके बाद एक हजार से ज्यादा परीक्षार्थी और पास हो गए थे। केटेगरी एक में वर्ष 2008 में 20 प्रतिशत, दिसंबर 2009 में 12.27 प्रतिशत और 2011 में 19.86 प्रतिशत को सफलता मिली थी।
अब नौकरी के चांस क्या ...
पिछले दिनों ही सरकार ने करीब 20 हजार शिक्षकों की भर्ती की है। लेकिन लगभग इतनी ही भर्तियां और होनी हैं। संभवत अगले कुछ महीनों में रिक्तियां निकलेंगी।वैसे, पिछले सात साल से सेवाएं दे रहे गेस्ट टीचर भी नियमित करने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। पहले गेस्ट टीचरों की संख्या 15 हजार थी, इनमें से बहुत से नियमित भर्ती पा चुके हैं।
पुरूषपरीक्षार्थियों को सबसे ज्यादा 7.01 प्रतिशत सफलता टीजीटी परीक्षा में मिली है जबकि इस लेवल पर महिलाएं सबसे फिसड्डी (5.98 प्रतिशत) रही। वहीं महिलाओं ने सबसे अच्छे नतीजे पीजीटी (6.42 प्रतिशत) में दिए जबकि पुरूषों का प्रदर्शन इसमें सबसे खराब (5.56 प्रतिशत) रहा। पीआरटी में 69495 महिलाओं में से 4328, टीजीटी में 91709 में से 5487 और पीजीटी में 58040 में से 3730 उत्तीर्ण हुई हैं। वहीं, पुरूषों में पीआरटी में 40880 में से 2682, टीजीटी में 42744 में से 2993 और पीजीटी में 34006 में से 1891 उत्तीर्ण हुए हैं। db
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