भिवानी : प्रदेश सरकर की तबादला नीति का दंश ङोल रहे कालेज लेक्चरर के लिए खुशखबरी है। हाल ही में तबादला नीति का शिकार हुए 65 लेक्चररों के तबादलों पर शिक्षा विभाग द्वारा रोक लगा दी है। इन लेक्चचरों को गांव की दौड़ नही लगानी पड़ेगी।
शिक्षा विभाग द्वारा एक माह पहले शहर के कालेजों के लेक्चररों को ग्रामीण क्षेत्र के कालेज में नियुक्त करने के लिए तबादला करने के आदेश जारी किए थे। तबादला नीति से प्रदेश के 267 लेक्कचररों इधर से उधर किया गया। शिक्षा विभाग की तबादला नीति के अनुसार कालेज लेक्कचरर की आरंभिक पांच साल की साल की सेवा में तीन साल ग्रामीण क्षेत्र में देनी होगी। इसी नीति के तहत लेक्कचरर का शहर के कालेजों से तबादला किया गया था। तबादला पाने वाले लेक्कचरर को सीनियर स्केल दिया जाता है। इस संबंध में प्रदेश के 65 कालेज लेक्करर ने शपथ-पत्र सीनियर स्केल लेने से मना कर दिया।
शिक्षा विभाग ने शपथ-पत्र देने वाले 65 लेचररों का तबादला रद कर दिया। हाईयर एजूकेशन के प्रिंसिपल सचिव एसएस प्रसाद ने इस बारे में सभी कालेजों के प्रिंसिपल व शिक्षा विभाग के अधिकारियों को पत्र-भेजकर अवगत करवा दिया है। विभाग ने राज्यपाल के आदेश इन लेक्कचररों का 15 जनवरी को तबादला करने का आदेश दिया था। शपथ-पत्र देने वाले लेक्चरर को सीनियर स्केल न मिलने को स्वयं जिम्मेवार माना जाएगा। db
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