हरियाणा मास्टर वर्ग एसोसिएशन की हिसार जिला कार्यकारिणी की महत्वपूर्ण बैठक सोमवार को मॉडल टाउन स्थित राजकीय उच्च विद्यालय में हुई। इसकी अध्यक्षता जिला प्रधान वीरेंद्र बडाला ने की।
बडाला ने कहा कि सरकार मास्टर वर्ग के हितों की बार बार अनदेखी कर रही है। गत 19 दिसंबर को शिक्षा मंत्री, प्रधान सचिव सुरीना राजन व विभाग के उच्चधिकारियों के साथ बैठक में कुछ बातों पर सहमति बनी थी। इनमें मुख्य रूप से टीजीटी से पीजीटी पद पर पदोन्नति में शिक्षण विषय की शर्त में ढील देने व मौलिक स्कूल मुख्याध्यापकों को डीडी पावर दिए जाने पर सहमति बनी थी।
इसके अलावा चिकित्सा प्रतिपूर्ति, एचबीए व मौलिक स्कूल मुख्याध्यापकों का वेतन बारे बजट को शीघ्र देने की मांग की गई थी। परंतु सरकार की अनदेखी के कारण आज तक इन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। जिससे मास्टर वर्ग में भारी रोष है। बैठक में विशेष तौर पर उपस्थित राज्य वित्त सचिव आर्य संजय ने बताया कि 19 फरवरी को निदेशक से मिलकर भी राज्य कार्यकारिणी ने अपना रोष जताया था। उन्होंने बताया कि संगठन के दबाव के चलते ही लगभग आठ सौ मास्टर की मौलिक स्कूल मुख्याध्यापक के पद पर पदोन्नति सूची जल्दी ही आने वाली है। पीजीटी पद पर प्रमोशन को लेकर मास्टर वर्ग में भारी रोष है। नव नियुक्त पीजीटी के आने से अब पीजीटी पर पदोन्नति पाने वालों को भी जूनियर हो जाने के कारण काफी नुकसान हुआ है। एसोसिएशन मांग करती है कि पीजीटी पद पर पदोन्नति सूची बिना किसी शिक्षण विषय की शर्त लगाए शीघ्र जारी की जाए। इसके अलावा पदोन्नत अध्यापकों को उनके शिक्षण अनुभव के आधार पर वरिष्ठता दी जाए। सरकार की यही ढुलमुल नीति रही तो 27 फरवरी को राज्य कार्यकारिणी की बैठक में सरकार के खिलाफ कड़े संघर्ष का ऐलान किया जाएगा। djhsr
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