जींद : जिले के हिंदी अध्यापकों की बैठक गुरुवार को नेहरू पार्क में हुई। इसमें हिंदी अध्यापकों की वर्तमान स्थिति पर विचार-विमर्श किया गया। प्रदेश अध्यक्ष सुशील सोनी ने कहा कि पूरे भारत में हरियाणा अकेला ऐसा राज्य है, जिसमें मातृ भाषा के शिक्षण के लिए कक्षा पहली से आठवीं तक मातृ भाषा के शिक्षण के लिए पद स्वीकृत नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि मातृ भाषा को विकास का आधार माना गया है, जो बच्चे मातृ भाषा में पिछड़ जाते हैं, वे अन्य क्षेत्रों में जैसे कला, वाणिज्य, विज्ञान आदि में अग्रणी नहीं हो पाते। इसलिए हिंदी अध्यापक संघ सरकार से मांग करता है कि हरियाणा के सभी विद्यालयों में हिंदी अध्यापक का पद सृजित किया जाए। हरिलाल राम ने कहा कि हिंदी अध्यापकों से पीजीटी हिंदी की पदोन्नति में बीए, एमए व ओटी को भी प्रक्रिया में शामिल किया जाना चाहिए। क्योंकि ओटी और बीएड दोनों कोर्स समकक्ष माने जाते हैं। इसके बारे में प्रदेश अध्यक्ष सोनी ने कहा कि इन मांगों के बारे में सरकार को अवगत कराने के लिए संघ का शिष्टïमंडल जल्द ही उच्च अधिकारियों से मिलेगा। db
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