** छात्राओं ने की परिणाम ठीक होने तक पीजी मेरिट सूची पर रोक की मांग
** कॉलेज प्रशासन ने परिणाम आते ही गलती के लिए विवि को किया सूचित, परीक्षा नियंत्रक ने कहा-नहीं मिली सूचना
राजकीय महिला महाविद्यालय नारनौल की बीए फाइनल ईयर की करीब 60 छात्राओं बीकॉम फाइनल ईयर (डिस्टेंशन एजुकेशन) की करीब 40 छात्राओं के भविष्य के साथ खुला खिलवाड़ हो रहा है। बीए की छात्राओं को जहां गणित के तीसरे पेपर में तथा बी कॉम की छात्राओं को पांचवे पेपर इंटरनेशनल मार्केटिंग की परीक्षा देने के बावजूद भी परिणाम में अनुपस्थित दिखा दिया गया है। इसकी शिकायत उन्होंने कॉलेज प्रशासन के समक्ष की तो कॉलेज ने अगले ही दिन महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय रोहतक की परीक्षा शाखा को इसकी सूचना दे दी। इसके लिए बाकायदा कॉलेज से एक कर्मचारी को मेमो कॉपी (जिसमें परीक्षार्थियों की हाजिरी होती है) देकर विश्वविद्यालय भेज दिया था। उसके बाद भी निरंतर उनके संपर्क में रहे, लेकिन आज एक सप्ताह बीतने के बाद भी वही की वही पोजिशन है। जब रविवार सुबह विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक बीएस संधू से मोबाइल पर संपर्क किया तो उनका कहना था कि उनको सूचना ही आज भास्कर के माध्यम से मिली है।
स्नातकोत्तर में दाखिले के लिए मेरिट सूची आज, छात्राएं चिंतित
ऐसे में छात्राएं अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं। पीड़ित छात्रा ज्योति, दीपिका, नीलू, नितिशा, अल्का, पूनम, हिमांशी, अनीता, विजय लक्ष्मी, अन्नू, राजबाला, सीमा, सुदेश, कुसुम आदि का कहना है कि सोमवार को स्नातकोत्तर प्रथम वर्ष में दाखिले के लिए मेरिट सूची लगनी है। इसमें वे पिछड़ जाएंगी। क्योंकि उनके केवल दो पेपरों के नंबर ही मेरिट में जोड़े जाएंगे। तीसरे में तो उनको अनुपस्थित दिखाया गया है। कॉलेजों में मेरिट सूची तैयार है। जो सुबह ही लगा दी जाएगी। ऐसे में अगर सोमवार को भी विश्वविद्यालय छात्राओं के परिणाम में सुधार करता है तो भी उनको तत्काल कोई लाभ नहीं मिलेगा। उनकी मांग है कि जब तक उनका परिणाम ठीक नहीं किया जाता तब तक पीजी दाखिला मेरिट सूची पर रोक लगाई जाए।
हमारी कोई गलती नहीं है : यादव
राजकीयमहिला महाविद्यालय के प्राचार्य दलीप सिंह यादव का कहना है कि इसमें कॉलेज प्रशासन का कोई रोल नहीं है। सभी छात्राएं परीक्षा में उपस्थित थीं। विश्वविद्यालय द्वारा घोषित परिणाम में उनको अनुपस्थित दिखा दिया गया है। यह हुआ कैसे, यह तो विवि प्रशासन ही बता सकता है। हमने तो परिणाम आते ही विवि की परीक्षा शाखा को सूचित कर दिया था। उसके बाद भी हम उनके संपर्क में रहे। हर बार एक ही जवाब मिलता कि आज ठीक हो जाएगा। हमने तो छात्राओं का परीक्षा हाजिरी मेमो भी बाईहेंड भेज दिया था। हमारे हाथ में जो था वो हमने तत्काल किया। आगे का काम विवि का था।
"यह गंभीर मामला है। अगर विश्वविद्यालय की गलती रही होगी तो पीडि़त छात्राओं को राहत देने के लिए जरूर कोई ना कोई उपाय किया जाएगा।"--एसपीवत्स, रजिस्ट्रार, महर्षिदयानंद विश्वविद्यालय, रोहतक।कराऊंगा जांच : एग्जाम कंट्रोलर
एमडीयूके परीक्षा नियंत्रक बीएस संधू का कहना है कि उनकी नोटिस में यह मामला रविवार को ही आया है। कहां गलती हुई है और कैसे हुई, इसकी सोमवार को जांच करा कर जल्द से जल्द परिणाम ठीक कराया जाएगा। पीजी में दाखिले से वंचित रह जाने के सवाल पर उनका कहना था कि पहला काम परिणाम ठीक कराने का है। बाकी बातें बाद की हैं।
नहीं रोक सकते सूची : शर्मा
राजकीयमहिला महाविद्यालय में पीजी कोर्स नहीं हैं। ऐसे में एमए, एमएससी एमकॉम के लिए शहर में पीजी कॉलेज नारनौल ही विकल्प है। वहां के प्राचार्य डॉ एसडी शर्मा का कहना है कि एमए मेथ की 40 सीटें हैं। दाखिले के लिए सोमवार को मेरिट सूची लगा दी जाएगी। हम अपने स्तर पर इसको नहीं रोक सकते। विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से हमारे मेरिट सूची रोकने के संदर्भ में कोई निर्देश नहीं आए हैं।
मैने दी थी सूचना : क्लर्क
राजकीयमहिला कॉलेज के यूनिवर्सिटी क्लर्क राकेश का कहना है कि बीए बीकॉम की करीब 100 छात्राओं के परीक्षा परिणाम में अनुपस्थिति की शिकायत उन्होंने परिणाम आने के अगले ही दिन यूनिवर्सिटी की रिजल्ट ब्रांच-2 में ईमेल से कर दी थी। कॉलेज से बाईहेंड भी उनकी हाजिरी भिजवा दी थी। फिर भी परिणाम ठीक नहीं किया गया है। db
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