चंडीगढ़ : शिक्षा निदेशालय के बाहर मांगें पूरी कराने को लेकर आमरण अनशन कर रहे पात्र अध्यापकों की तबीयत बिगड़ना शुरू हो गई है। 20 जुलाई से अनशन कर 41 अध्यापकों में से अधिकांश का वजन तीन से चार किलोग्राम गिर चुका है। गर्मी व उमस के कारण अध्यापकों को चक्कर आ रहे हैं। शुक्रवार को भी लगभग एक दर्जन अध्यापकों की तबीयत बिगड़ गई। बावजूद शिक्षा विभाग पात्र अध्यापकों की मांगों पर कोई ध्यान नहीं दे रहा। अध्यापकों की मेडिकल जांच भी नहीं कराई जा रही है।
पात्र अध्यापक जेबीटी भर्ती सूची जारी करने और टीजीटी के पदों के लिए विज्ञापन जारी करने की मांग को लेकर आमरण अनशन कर रहे हैं। शुक्रवार को अनशनकारियों ने महा शिवरात्रि के अवसर पर धरना स्थल पर ही भोले बाबा की प्रतिमा पर जल चढ़ाया आर शिव अराधना की। पात्र अध्यापक संघ के प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र शर्मा का कहना है कि सरकार जानबूझ कर पीआरटी के 9870 पदों की भर्ती सूची जारी नहीं कर रही है। उच्च न्यायालय ने इन पदों पर किसी प्रकार की रोक नहीं लगा रखी है, परिणाम घोषित किया जा सकता है केवल ज्वाइनिंग पर रोक है। उन्होंने मांग की है कि जल्द पीआरटी के पदों की सूची जारी की जाए। संघ के महासचिव सुनील यादव ने बताया कि सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में शपथ पत्र देकर कहा है कि टीजीटी के पद सरप्लस है, जबकि हरियाणा में 65 सौ से ज्यादा अतिथि अध्यापक मास्टर कैडर पर काम कर रहे हैं।
इसलिए सरकार अतिथि अध्यापकों के पदों को रिक्त मानते हुए शीघ्र ही विज्ञापन जारी करे। जब तक सरकार पीआरटी के 9870 पदों की चयन सूची जारी नहीं करती, पात्र अध्यापकों का आमरण अनशन जारी रहेगा। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर सरकार ने विधानसभा चुनावों से पहले सूची जारी नहीं की तो पात्र अध्यापक कांग्रेसी उम्मीदवारों का विरोध करेंगे। dj
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.