चंडीगढ़ : हरियाणा के शारीरिक शिक्षकों ने मौलिक और स्कूल शिक्षा महानिदेशकों से मुलाकात कर डीपीई शिक्षकों को मिडिल हेड के पदों पर पदोन्नति देने की मांग रखी। करीब आधा दर्जन मांगों के साथ शिक्षा महानिदेशकों से मिलने पहुंचने इन शिक्षकों ने मांगें नहीं माने जाने की स्थिति में आंदोलन की चेतावनी दी है।
हरियाणा शारीरिक शिक्षा अध्यापक संघ के अध्यक्ष राजेश ढांडा के नेतृत्व में बुधवार को स्कूल शिक्षा निदेशक विवेक अत्रेय और मौलिक शिक्षा निदेशक पंकज अग्रवाल से मिले शिक्षकों ने उन्हें अपनी मांगों से अवगत कराया। शिक्षक नेताओं ने कहा कि डीपीई और पीटीआई को शारीरिक शिक्षा लेक्चरर के पदों पर पदोन्नति नहीं मिल रही है। पीटीआई से पीटीआई के पदों पर पदोन्नति का मामला भी कई सालों से लटका हुआ है। राजेश ढांडा ने स्वास्थ्य एवं शारीरिक शिक्षा विषय को कक्षा छह से 12 तक अनिवार्य किए जाने की मांग करते हुए कहा कि अभी तक यह विषय वैकल्पिक है और मात्र कक्षा नौ से 12 तक ही पढ़ाया जाता है। इसे अनिवार्य किए जाने से बच्चों में खेलों के प्रति माहौल बनेगा और उनके स्वास्थ्य में अधिक सुधार होगा। उन्होंने कहा कि राज्य स्तरीय खेलों में बच्चों को 250, 150 और 100 रुपये के पहले तीन पुरस्कार दिए जाने हैं। dj
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.