** निजी कंपनियों की मनमर्जी का विरोध कर रहे थे शिक्षक
पंचकूला : आमरण अनशन में शामिल हिसार के कंप्यूटर शिक्षक उमेश की बुधवार को तबीयत खराब हो गई। सभी कंप्यूटर टीचर दोपहर करीब एक बजे निजी कंपनी के एमडी का पुतला फूंकने निकले थे, तभी उमेश चक्कर खाकर गिर गए। इसके बावजूद एंबुलेंस की सुविधा नहीं मिली, जबकि आमरण अनशन स्थल के पास एक एंबुलेंस तो होनी चाहिए थी। बाद में साथी शिक्षकों ने खुद ही प्राथमिक उपचार दिया और धरना स्थल से थोड़ी दूर पर निजी कंपनियों के एमडी का पुतला फूंका और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
शिक्षकों का कहना है कि मुख्यमंत्री के आश्वासन के बाद भी उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया। शिक्षकों ने जून की छुट्टियों में इसलिए प्रदर्शन शुरू किया था, ताकि बच्चों की पढ़ाई बाधित न हो। शिक्षक बच्चों की पढ़ाई का इतना ध्यान रखते हैं, लेकिन सरकार उनकी तरफ ध्यान देना भी जरूरी नहीं समझती। इसलिए एक जुलाई से बहिष्कार शुरू कर दिया गया है। प्रदेश अध्यक्ष बलराम धीमान ने बताया कि अभी 50 से अधिक कंप्यूटर शिक्षक आमरण अनशन पर बैठे हैं।
कंपनियाें पर आरोप
- सिक्योेरिटी के नाम पर 24 हजार प्रति शिक्षक से हुई है वसूली
- सात-आठ माह से वेतन तक नहीं मिला है
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