केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने स्कूलों में विद्यार्थियों की समस्याओं का समाधान करने के लिए अनूठी योजना बनाई है। इसके तहत स्कूलों में स्टूडेंट लोकपाल का गठन किया जाएगा। इस लोकपाल को न सिर्फ विद्यार्थी बल्कि अभिभावक भी स्कूल प्रबंधन और शिक्षक संबंधी शिकायत कर सकेंगे। खास बात यह कि जिलास्तर पर स्टूडेंट लोकपाल की एक विशेष टीम का गठन किया जाएगा। यह टीम स्कूलस्तर के स्टूडेंट लोकपाल को मिलनी वाली शिकायतों की समीक्षा करेगी।
बता दें कि इस लोकपाल की नियुक्ति सीबीएसई स्वयं करेगा। शिक्षा बोर्ड से मान्यता प्राप्त स्कूलों में नियुक्त होने वाले लोकपाल का काम स्कूल प्रबंधन पर भी नजर रखना होगा। इसकी रिपोर्ट समय-समय पर बोर्ड के अधिकारियों को देनी होगी। हाल ही में विद्यार्थियों के हितों और अभिभावकों की विभिन्न परेशानियों को देखते हुए बोर्ड के कैरिकुलम कमेटी और गवर्निग बॉडी की हाल ही में एक विशेष बैठक हुई थी। इसमें स्टूडेंट लोकपाल की नियुक्ति के बारे में अंतिम फैसला लिया गया। इस बारे में आरंभिक तौर पर सभी स्कूलों को मेल के जरिये सूचना भेजी जा चुकी है।
नोटिफिकेशन में कहा गया है कि लोकपाल की टीम निष्पक्ष होगी। किसी भी रूप में पक्षपात नहीं होने दिया जाएगा। शिकायत की गहन जांच के बाद ही आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। इस स्टूडेंट लोकपाल में प्राचार्य, शिक्षक, स्टाफ का बेटा-बेटी या अन्य कोई रिश्तेदार नहीं होगा।
स्कूल प्रबंधन पर नकेल
अकसर स्कूल प्रबंधन संबंधी शिकायतें स्कूल स्तर तक ही सीमित रह जाती हैं। यहीं वजह है कि प्रबंधन की मनमानी के कारण विद्यार्थी और अभिभावकों को परेशानी उठानी पड़ती है। कई बार तो संवेदनशील मामले तक दबा दिए जाते हैं। उनकी समस्याओं का निवारण होना तो दूर भविष्य में प्रबंधन की मनमानी वाले रवैये को ही ङोलना पड़ता है। इसलिए स्टूडेंट लोकपाल का गठन किया जा रहा है।
लोकपाल पर मंथन
इस लोकपाल के गठन को लेकर शिक्षा बोर्ड अधिकारियों की कई बार बैठक हो चुकी है। गहन मंथन के बाद स्कूल एवं जिलास्तर पर स्टूडेंट लोकपाल का गठन करने पर सहमति बनी है।
स्कूल स्टाफ पर नजर
स्कूलों में स्टूडेंट लोकपाल विद्यार्थियों, शिक्षकों और स्कूल प्रबंधन की गतिविधियों पर नजर रखेगा। लोकपाल को मिलने वाली शिकायत की जांच के बाद रिपोर्ट बोर्ड अधिकारियों तक प्रेषित कर दी जाएगी। अगर जांच में स्वयं शिकायतकर्ता भी दोषी पाया जाता है, तो उस पर भी कार्रवाई की जा सकती है।
ट्यूशन का दबाव नहीं
कई बार देखने में आया कि सरकारी स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षक स्कूल टाइम के बाद किसी कोचिंग सेंटर में पढ़ाते हैं या फिर अपना कोचिंग सेंटर खोला है। ऐसी स्थिति में वे बच्चों पर ट्यूशन पढ़ने आने का दबाव बनाते हैं। इन पर भी स्टूडेंट लोकपाल की नजर रहेगी। नियमानुसार सीबीएसई स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षकों द्वारा बच्चों को ट्यूशन पढ़ाने पर प्रतिबंध है। फिर भी नियमों को ताक पर रखकर कोचिंग सेंटर खोलकर बच्चों से भारी-भरकम फीस वसूल रहे हैं। अभिभावक भी लोकपाल को इस संबंधी शिकायत कर सकते हैं। इस पर तुरंत संज्ञान लिया जाएगा।
स्टूडेंट लोकपाल का गठन होगा
नाम न छापने की शर्त पर सीबीएसई के अधिकारी ने बताया कि स्कूलों में स्टूडेंट लोकपाल का गठन किया जा रहा है। स्कूल प्रबंधन को गाइड लाइन जारी कर रहे हैं। लोकपाल टीम विद्यार्थियों व अभिभावकों की समस्या का समाधान करेगी। djhsr
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.