भिवानी : हरियाणा के प्राथमिक व सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में शौचालय की कमी के कारण विद्यार्थियों को परेशान नहीं होना पड़ेगा। शिक्षा निदेशालय ने इस संबंध में एक योजना बनाई है, जिसके तहत विद्यार्थियों की संख्या के आधार पर भी शौचालय बनेंगे। खासकर लड़कियों के लिए अत्याधिक शौचालयों की व्यवस्था होगी।
शिक्षा विभाग द्वारा सभी जिलों के जिला शिक्षा अधिकारियों को भेजे पत्र में कहा गया है कि विद्यार्थियों की संख्या के आधार पर स्कूलों में शौचालय बनाए जाएंगे। विभाग ने पार्ट टाइम स्वीपरों को पक्का कर उन्हें शौचालय की सफाई व्यवस्था को बेहतर रखने के आदेश जारी किए हैं। अधिकारियों ने स्कूल मुखिया से विद्यार्थियों की संख्या के साथ-साथ शौचालयों का ब्योरा मांगा है। निदेशालय ने हर अधिकारी को जल्द से जल्द शौचालय की कमी को दूर करने के आदेश जारी किए है।
दरअसल, पहले स्कूलों में पार्ट टाइम स्वीपर होने के कारण सफाई व्यवस्था ठीक नहीं रहती थी। कारण यह है कि वे एक घंटा सुबह की काम करते थे। अब स्वीपरों पक्का होने से स्कूलों में सफाई व्यवस्था चकाचक नजर आएगी। हाल ही में एक सप्ताह पहले सर्व शिक्षा अभियान के एक वरिष्ठ अधिकारी ने भी सभी जिलों में एक बैठक ली थी, जिसमें उन्होंने शौचालय का एस्टीमेट विभाग को सौंपने के आदेश दिए थे। बता दें कि हरियाणा में नाम मात्र स्कूल ही ऐसे हैं, जिनमें शौचालय की व्यवस्था नहीं है।
जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी सतबीर सिवाच ने कहा कि निदेशालय के आदेश पर सभी स्कूलों से शौचालय एवं विद्यार्थियों की संख्या का ब्योरा मांगा गया है।
सराहनीय कदम है विभाग का :
हरियाणा राजकीय अध्यापक संघ संबंधित महासंघ के प्रदेश प्रवक्ता जयबीर नाफरिया ने कहा कि स्कूलों में जरूरत के आधार पर शौचालय जरूरी है। जिन स्कूलों में शौचालय कम है, वहां नए शौचालय बनवाना विभाग का सराहनीय कदम है। इससे विद्यार्थियों के साथ-साथ शिक्षकों को भी सहूलियत मिलेगी। dj
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