तीन साल की पॉलिसी के तहत नियमित करने की मांग को लेकर सरकार के ढुलमुल रवैये से अतिथि अध्यापकों में खासा रोष है। वहीं शुक्रवार को प्रदेशभर के गेस्ट टीचर सामूहिक अवकाश लेंगे और शिक्षा विभाग की वित्तायुक्त सुरीना राजन का पुतला फूकेंगे।
राजकीय अनुबंधित अध्यापक संघ के जिला प्रधान फतेहाबाद, रघुबीर नडैल और अध्यापक नेता सुरेंद्र गर्ग लवली ने बताया कि प्रदेश के करीब 15 हजार गेस्ट टीचर हरियाणा सरकार की तीन वर्ष की नियमित करने की नीति को शिक्षा विभाग में लागू करवाने और इसके माध्यम से गेस्ट टीचर्स को पक्का करने के लिए पिछले दो महीने से संघर्षरत हैं।
इस संघर्ष के तहत बीते 4 सितंबर को रोहतक में लाठीचार्ज को बर्दाश्त कर जेल भी गए। इसके बाद 8 सितंबर को अतिथि अध्यापकों का प्रतिनिधिमंडल दिल्ली में मुख्यमंत्री से मिला। मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधिमंडल में शामिल सर्व कर्मचारी संघ के प्रदेश महासचिव सुभाष लांबा, मास्टर वजीर सिंह, बलवीर सिंह की उपस्थिति में उक्त पॉलिसी को शिक्षा विभाग में लागू करके गेस्ट टीचर्स को समायोजित करने के निर्देश दिए। लेकिन अगले दिन जब अध्यापकों का प्रतिनिधिमंडल शिक्षा विभाग की वित्तायुक्त सुरीना राजन से मिला तो उन्होंने ऐसा करने से मना कर दिया।
15 हजार परिवारों से हो रहा खिलवाड़
अध्यापक नेताओं ने कहा कि वित्तायुक्त सुरीना राजन 15000 परिवारों के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रही है। इसलिए उनके खिलाफ गेस्ट टीचरों में भारी रोष है और सरकार की नियत पर भी बराबर संदेह है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के सभी ब्लाक पर 12 सितंबर को गेस्ट टीचर्स सामूहिक अवकाश लेकर प्रदर्शन करते हुए सुरीना राजन का पुतला फूंकेंगे। dbftbd
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