चंडीगढ़ : अधिकारियों की कमी से जूझ रहा उच्च शिक्षा निदेशालय सरकारी कॉलेजों से प्रतिनियुक्ति पर स्टाफ लेकर काम चलाएगा। लंबे समय से खाली चल रहे उपनिदेशकों के पद न तो पदोन्नति से भरे जाएंगे, न ही कोई सीधी भर्ती होगी। कॉलेजों के वरिष्ठ एसोसिएट प्रोफेसर प्रतिनियुक्ति के तहत उपनिदेशक के पद पर काम करेंगे। उच्च शिक्षा विभाग के महानिदेशक ने सभी सरकारी कॉलेजों के प्राचार्यो को उपयुक्त प्रोफेसर के नाम भेजने के लिए पत्र लिखा है।
प्रतिनियुक्ति पर सेवाएं देने के इच्छुक प्रोफेसर के नाम प्राचार्यो को 21 जनवरी तक निदेशालय को भेजने होंगे। उपनिदेशक के पद खाली होने से निदेशालय में जरूरी कामकाज प्रभावित हो रहा है। इनके लगभग एक दर्जन पद विभिन्न शाखाओं में खाली चल रहे हैं। इससे कॉलेजों व विभाग के काम तेजी से नहीं निपट रहे। विभाग ने सारी संभावनाएं तलाशने के बाद प्रतिनियुक्ति के तहत काम चलाने का निर्णय लिया है। अन्य अधिकारियों पर काम का बोझ बढ़ने से काम की गुणवत्ता भी प्रभावित हो रही है। विभाग के महानिदेशक अंकुर गुप्ता की ओर से कॉलेज प्राचार्यो को लिखे पत्र में निर्देश दिए गए हैं कि दस वर्ष की नौकरी पूरी कर चुके एसोसिएट प्रोफेसर के नाम ही प्रतिनियुक्ति के लिए भेजे जाएं। प्राचार्यो को नाम भेजने से पहले प्रोफेसर से बातचीत करनी होगी कि वे उपनिदेशक पद पर सेवाएं देने के इच्छुक हैं या नहीं। प्रतिनियुक्ति पर सेवाएं देने के लिए हामी भरने वाले प्रोफेसरों का पूरा बायोडाटा भी विभाग को भेजना होगा। कॉलेजों से नाम और बायोडाटा आने के बाद विभाग बैठक कर उपयुक्त व्यक्तियों का चयन करेगा। dj
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