** शिक्षा विभाग ने जिला शिक्षा अधिकारियों से मांगी जानकारी, भेजे जाएंगे नोटिस
चंडीगढ़ : सरकार'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' अभियान में सहयोग न देने और लगातार शिक्षा विभाग के निर्देशों की अनदेखी करने वाले प्राइवेट स्कूलों से खफा है। ऐसे सभी स्कूलों को नोटिस जारी करके एक सप्ताह में जवाब मांगा जाएगा। उसके बाद इन स्कूलों में विभिन्न नियमों के वायलेशन के लिए कार्रवाई की जाएगी। शिक्षा विभाग ने सभी जिला उपायुक्तों से कहा है कि वे आने वाले गणतंत्र दिवस के कार्यक्रमों में इन प्राइवेट स्कूलों के बच्चों, उनके पेरेंट्स और मैनेजमेंट के लोगों को किसी भी रूप में शामिल करें।
विभाग के प्रिंसिपल सेक्रेटरी टीसी गुप्ता की ओर से शुक्रवार को जिला शिक्षा अधिकारियों को पत्र लिखकर उनसे ऐसे स्कूलों की सूची मांगी गई है, जिन्होंने बेटी बचाओ अभियान के तहत वीरवार को हुई निबंध लेखन, पेंटिंग और स्लोगन लेखन प्रतियोगिता में भाग नहीं लिया। साथ ही सभी डीईओ से कहा है कि स्कूलों को दिए गए नोटिस पर मिले जवाब और अपने कमेंट्स डायरेक्टर सेकेंडरी एजूकेशन डिपार्टमेंट को एक सप्ताह में भिजवाएं।
सरकार को मानते ही कहां हैं निजी स्कूल
टीसीगुप्ता ने कहा कि चाहे 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' जैसा सामाजिक मुद्दा हो या स्कूल एजूकेशन नियम 134 के तहत गरीब बच्चों को दाखिला देने का, प्राइवेट स्कूल सरकार के आदेश, निर्देश और अपील मानते ही नहीं हैं। इस मनमानी और निरंकुशता की अनदेखी नहीं की जा सकती।
जागरूकता की ज्यादा जरूरत
गुप्ता ने शहरी क्षेत्रों में बेटी बचाओ अभियान के प्रति जागरूकता की ज्यादा जरूरत बताई है। उन्होंने कहा कि प्राइवेट स्कूलों की संख्या ज्यादातर शहरी क्षेत्रों में ही होती है। इसलिए छात्रों, उनके पेरेंट्स और शहरवासियों को 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' अभियान के प्रति जागरूक किया जाना चाहिए। देशभर के 100 और हरियाणा के 12 जिलों में लड़कों के मुकाबले लड़कियों की कम संख्या को देखते हुए ही प्रधानमंत्री 22 जनवरी को पानीपत में अभियान की शुरुआत कर रहे हैं। db
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