** बीएड कॉलेजों में हर हफ्ते 36 घंटे होंगे काम
हिसार : बीएड के दो वर्षीय कोर्स में स्टूडेंट के पास एक्स स्टूडेंट के रूप में सिर्फ एक मौका होगा। पहले एक वर्षीय पाठ्यक्रम में दो मौके होते थे। नए ऑर्डिनेंस में कोर्स करने का समय बढ़ गया है। मापदंडों में भी फेरबदल हुआ है।
इस साल से बीएड कॉलेजों में दो वर्षीय पाठ्यक्रम शुरू हो रहा है। कोर्स के दौरान अब पहले की तरह स्टूडेंट की बहानेबाजी नहीं चलेगी। स्टूडेंट के लिए चार माह की टीचिंग 90 फीसदी अटेंडेंस अनिवार्य होगी। स्टूडेंट को तय समय में परीक्षा पास करनी होगी। असफल होते हैं तो उन्हें प्राइवेट परीक्षार्थी के रूप में सिर्फ एक मौका मिलेगा। स्टूडेंट के लिए चुनौती बढ़ी तो कॉलेजों पर मापदंड पूरा करने की सख्ती भी रहेगी। इसके बिना यूनिवर्सिटी एससीईआरटी भले ही ढिलाई कर दें, लेकिन अब एनसीटीई नेशनल कौंसिल फोर टीचर एजुकेशन ढिलाई नहीं करेगी।
नए मानदंड
- दो वर्षीय पाठ्यक्रम में प्रति इकाई 50 स्टूडेंट को मिलेगा एडमिशन
- टीचिंग में 13 के स्टाफ के अलावा तीन अन्य सपोर्टिंग स्टाफ जरूरी
- डिजिटल संसाधनों जैसे इंटरनेट, स्मार्ट इंडोर कोर्ट के साथ विशेष पाठ्यक्रमों पर जोर
- स्कूलों में लगातार 20 सप्ताह की इंटर्नशिप db
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