भिवानी : हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ ने शिक्षा विभाग की नयी रेशनेलाइजेशन नीति का विरोध शुरू कर दिया है। संघ का आरोप है कि नयी नीति से शिक्षा का स्तर गिरेगा और नयी नियुक्तियों पर रोक लगेगी। इस नयी नीति के तरह प्रदेशभर में जेबीटी के 40 हजार शिक्षकों को इधर से उधर किया जाएगा। इसके विरोध में भिवानी में हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ ने विरोध प्रदर्शन कर आपत्ति जताई है। संघ का आरोप है कि इससे शिक्षा का स्तर गिरेगा, क्योंकि सत्र के बीच में तबादलों से पढ़ाई बाधित होगी।
संघ ने इसके साथ ही सरकार पर नयी नीति लागू करने पर शिक्षा के निजीकरण करने व नयी भर्तियों व नियुक्तियो को रोकने का बहाना बनाने का भी आरोप लगाया है। संघ ने चेतावनी दी कि सरकार ने इस नीति को बंद नहीं किया तो बड़ा होगा आंदोलन। संघ के जिला प्रधान सुखदर्शन ने बताया कि अध्यापकों का रेशनेलाइजेशन की आरटीए नीति के तहत सितंबर 2014 के अनुसार तबादले हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि सरकार ने शिक्षा का निजीकरण कर गरीब बच्चों से शिक्षा का अधिकार छीनने व शिक्षा के स्तर को गिराने के उद्देश्य से अब रेशनेलाइजेशन की नयी नीति बनाकर फिर जेबीटी अध्यापकों के तबादले कर रही है, जो सत्र के बीच में गलत है। संघ का आरोप है कि सत्र के बीच में तबादलों से शिक्षा प्रभावित होगी और इस नयी नीति के तरह आरटीए के नियम भी बदली किए जा रहे हैं, जिससे अब पहले की बजाय छात्रों की संख्या अधिक व अध्यापकों की संख्या कम हो जाएगी।
यहां पड़ेगा असर
अम्बाला 1533
भिवानी 2730
फरीदाबाद 1736
फतेहाबाद 1777
गुड़गांव 2010
हिसार 2557
झज्जर 3079
जींद 2200
कैथल 2293
कुरुक्षेत्र 1637
मेवात 4471
महेंद्रगढ़ 1598
पंचकूला 981
पलवल 2365
पानीपत 1480
रेवाड़ी 1285
रोहतक 1078
सिरसा 2495
सोनीपत 1977
यमुनानगर 1960 dt
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