भिवानी : प्रदेश सरकार ने अगर कर्मचारियों के विरुद्ध फैसले लेने बंद नहीं किए गए तो कर्मचारी बड़ा आन्दोलन छेड़ देंगे। इस आशय का प्रस्ताव आज हरियाणा राजकीय अध्यापक संघ के चरखी दादरी में सम्पन्न हुए जिलास्तरीय सम्मेलन में पारित किया गया। सम्मेलन की अध्यक्षता संघ के जिला प्रधान सत्यवान शास्त्री ने की। सम्मेलन में सेवानिवृत्ति की आयु 60 वर्ष से घटाकर 58 वर्ष करने व पूर्व सरकार द्वारा मानी गई मांगों को साजिश के तहत वापस लेने संबंधित निंदा प्रस्ताव भी पारित किया गया।
सम्मेलन में मंच संचालन हरीश गोच्छी ने किया। सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रांतीय महासचिव संजीव मंदौला ने अध्यापकों से लंबे संघर्ष के लिए तैयार रहने का आह्वान किया और कहा कि खट्टर सरकार शिक्षकों और कर्मचारियों के विरुद्ध फैसले लेने बंद करे नहीं तो अध्यापक संघ एक बड़ा आंदोलन करने को मजबूर होगा। खट्टर सरकार को चेताते हुए कहा कि यदि लीव इन कैशमेंट की अवधि कम की गई, एलटीसी बंद की गई, छुट्टियों में कटौती की गई, अध्यापकों का री-एंप्लायमेंट शुरू न किया गया, अतिथि अध्यापकों को नियमित न किया गया, पंजाब के समान वेतनमान लागू न किया गया, लंबित एसीपी मामलों का जल्द निपटारा और पदोन्नति की सूचियां जल्दी जारी न की गई तो अध्यापक संघ पूरे हरियाणा में आंदोलन छेड़ देगा। इन सभी मांगों के समर्थन में एक लाख हस्ताक्षर करवाने की शुरुआत जिले में की गई तथा एक लाख हस्ताक्षर करवाए गए मांग पत्र को 19 अगस्त को शिक्षा महानिदेशक के माध्यम से मुख्यमंत्री को सौंपेंगे। dt
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.