लगता है प्रदेश के सर्वोच्च चिकित्सा शिक्षा संस्थान में पुरानी गलतियों से सीख लेने की परंपरा विकसित नहीं हो पाई। हाल ही में रोहतक में पीएमटी का पर्चा लीक होने के बाद सर्वोच्च न्यायालय के आदेश से देश भर में परीक्षा रद हो गई थी। परीक्षा संचालन में खामियों से छीछालेदारी होने के बाद भी पीजीआइएमएस ने सबक नहीं लिया जिसका प्रमाण कुरुक्षेत्र में बीएएमएस प्रथम वर्ष की परीक्षा में स्पष्ट देखने को मिला। प्रश्नपत्र 90 अंकों का था लेकिन उसे 75 का बना कर भेजा गया। परीक्षा ड्यूटी देने वाले अध्यापकों ने बिना चेक किये विद्यार्थियों को बांट दिया, बाद में परीक्षार्थियों ने कॉलेज प्रबंधन से शिकायत की तो आधे घंटे बाद 15 नंबर का प्रश्न बोलकर लिखवाया गया। तमाम घटनाक्रम से साबित हो रहा है कि कितने बड़े पैमाने पर परीक्षा का मजाक बनाया जा रहा है, ऐसे में गोपनीयता की अपेक्षा तो की भी नहीं जा सकती। परीक्षा का सबसे अहम कारक उसकी गोपनीयता होती है, उसी से ही यदि खिलवाड़ किया जाए तो परीक्षा का कोई मतलब नहीं रह जाता। बीएएमएस परीक्षा में विद्यार्थियों का समय खराब होने के साथ एकाग्रता पर भी बेहद प्रतिकूल असर पड़ा, अब यह तय किया जाना चाहिए कि इसकी भरपाई कुरुक्षेत्र का कॉलेज करेगा या स्वास्थ्य विश्वविद्यालय। परीक्षा के मखौल बनने पर संबंधित अधिकारी जो दलील दे रहे हैं, उससे प्रक्रिया और व्यवस्था की और फजीहत होने वाली है। बताया जा रहा है कि एक प्रश्न प्रिंट ही नहीं हुआ जिसे बाद में लिखवाया गया। क्या प्रश्नपत्र बनने के बाद परीक्षा केंद्र पर भेजने से पहले कोई चेक करने वाला ही नहीं था, क्या इस तरह की सतही, तदर्थ और अव्यावहारिक व्यवस्था को थोपने वालों पर सख्त कार्रवाई नहीं होनी चाहिए? इससे पहले कि लीपापोती करके मामला दबाने की कोशिश हो, शीर्ष स्तर पर उचित कार्रवाई करके ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकना सुनिश्चित किया जाना चाहिए। अनेक घटनाओं के कारण उच्च शिक्षण संस्थानों व नियामक इकाइयों के सामने साख का संकट पैदा हो गया है। पीजीआइएमएस को सबसे अधिक सतर्क रहना चाहिए क्योंकि पीएमटी पर्चा लीक होने के बाद उसकी विश्वसनीयता और प्रबंध कुशलता संदेह के घेरे में आ चुकी है। उसे हर स्तर पर दक्ष, प्रतिस्पर्धी और प्रगतिशील रूप में अपने को स्थापित करने के लिए विशेष प्रयास करने चाहिए। यह नहीं भूलना चाहिए कि उसके पास स्वास्थ्य क्षेत्र में आदर्श भविष्य का आधार तैयार करने का अहम दायित्व है, इसलिए वर्तमान को उज्ज्वल, दागरहित रखना उसकी सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। dj
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