.

.

Breaking News

News Update:

How To Create a Website

*** Supreme Court Dismissed SLP of 719 Guest Teachers of Haryana *** यूजीसी नहीं सीबीएसई आयोजित कराएगी नेट *** नौकरी या दाखिला, सत्यापित प्रमाणपत्र की जरूरत नहीं *** डीडी पावर के लिए हाईकोर्ट पहुंचे मिडिल हेडमास्टर *** बच्चों को फेल न करने की पॉलिसी सही नहीं : शिक्षा मंत्री ***

Thursday, 23 July 2015

डायरेक्टर के सामने टेस्ट में प्रश्नों का जवाब नहीं दे पाए बच्चे

** स्कूलों के निरीक्षण पर पहुंचे थे डायरेक्टर, लगाई शिक्षकों को फटकार कहा, टेस्ट लेकर भूल मत जाया करो रिवीजन भी कराना है 
रेवाड़ी : हरियाणा विद्यालय शिक्षा डायरेक्टर एमएल कौशिक बुधवार को रेवाड़ी पहुंचे और स्कूलों का दौरा कर शिक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। इस दौरान जिला शिक्षा अधिकारी धर्मबीर बल्डोदिया भी उनके साथ थे। 
सबसे पहले डायरेक्टर सुबह 8 बजे ही राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय बूढ़पुर में व्यवस्थाओं का निरीक्षण करने पहुंच गए। इस दौरान पुस्तकालय का रख रखाव संतोषजनक नहीं पाया गया और ही बच्चों के पीने के पानी की जगह उचित थी।इसके बाद कौशिक सीधे कक्षाओं में बच्चों से रुबरु हुए तथा 8वीं कक्षा के विद्यार्थियों से गणित एवं अंग्रेजी विषय के प्रश्न पूछे। उन्होंने मासिक टेस्टों में प्राप्त अंकों का निरीक्षण किया, लेकिन चौंकाने वाली बात ये रही कि छात्र उन प्रश्नों का उत्तर भी नहीं दे पाए जो उन्होंने मासिक टेस्टों में हल किए हुए थे। डायरेक्टर ने इसके लिए शिक्षकों को सख्त लहजे में कहा कि वे मूल्यांकन कार्य को ठीक प्रकार से करें। 
उन्होंने कहा कि मासिक टेस्ट होने के बाद इसे भूल मत जाओ, आगे पढ़ाई के साथ ही बच्चों का रिवीजन भी कराएं, ताकि उन्हें लंबे समय तक चीजें याद रह सके। हालांकि इनमें आठवीं कक्षा के तुषार ने सभी प्रश्नों का सही जवाब दिया, वहीं विज्ञान संकाय में केवल अंजू ने संतोषजनक जवाब दिया। इन विद्यार्थियों को डायरेक्टर ने सराहा। 
यहां कुछ सराहना, बेहतर करने के निर्देश भी 
इसके बाद डायरेक्टर कौशिक निरीक्षण के लिए राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय जाडरा पहुंचे। इस दौरान विद्यालय व्यवस्था संतोषजनक रही, अंग्रेजी प्रवक्ता सरिता का कार्य सराहनीय रहा। जबकि गणित विषय कमजोर पाया गया। प्राचार्य को अधिक प्रयास करने के लिए निर्देश दिए। जिले के गांव चिमनावास के राजकीय उच्च विद्यालय में भी डायरेक्टर ने विशेषतौर से दौरा किया। इस स्कूल में 10वीं कक्षा में 21 में से एक भी बच्चा पास नहीं हो पाया था। डायरेक्टर ने अध्यापकों को भविष्य में सचेत रहने मन से कार्य करने का निर्देश दिए। साथ ही उसी विद्यालय में कार्यरत प्राथमिक शिक्षक देवेन्द्र सिंह के द्वारा पढ़ाए जाने वाले तरीकों की सराहना भी की। डीईअो धर्मबीर बल्डोदिया ने निदेशक को जिला में शिक्षा की दिशा में कराए जा रहे प्रयासों से अवगत कराया।                                                              db

No comments:

Post a Comment

Note: only a member of this blog may post a comment.