चंडीगढ़ : हरियाणा के सरकारी स्कूलों में कार्यरत टीजीटी (ट्रेंड ग्रेजुएट टीचर्स) को जल्द पदोन्नति की सौगात मिलने वाली है। सात साल के लंबे इंतजार के बाद टीजीटी को पदोन्नति कोटे के तहत पीजीटी बनने का मौका मिलेगा। पदोन्नति सूची स्कूल शिक्षा विभाग ने तैयार कर ली है। सभी जिला शिक्षा अधिकारियों ने तीन दिन में ई-मेल के जरिए कुछ मास्टर के अधूरे दस्तावेज मांगे गए हैं। पदोन्नति का लाभ साढ़े सात हजार शिक्षकों को मिलेगा। प्रोन्नत होते ही शिक्षक को लेक्चरर के नाम से जाना जाएगा।
शिक्षा निदेशालय ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को हर हाल में तीन दिन के भीतर शिक्षकों का अधूरा रिकॉर्ड मुहैया कराने के निर्देश दिए हैं। रिकॉर्ड पूरा न होने पर शिक्षक प्रोन्नति से वंचित रह जाएंगे। जिलों से रिकॉर्ड आने के बाद ही निदेशालय विभागीय पदोन्नति कमेटी की बैठक के लिए अपना प्रस्ताव विभाग के प्रधान सचिव को भेजेगा। कमेटी ही सभी शिक्षकों का रिकॉर्ड जांचने के बाद प्रमोशन के मामलों को हरी झंडी देगी। विभाग जल्द से जल्द प्रोन्नति प्रक्रिया पूरी करना चाहता है, चूंकि मामला लंबे समय से लटका होने के कारण शिक्षकों की नाराजगी बढ़ती जा रही है।
विभाग का प्रयास है कि दो सप्ताह में पदोन्नति कमेटी की बैठक संपन्न कराकर उसके बाद सूची जारी कर दी जाए। सेकेंडरी शिक्षा विभाग के निदेशक एमएल कौशिक ने बताया कि टीजीटी की प्रोन्नति प्रक्रिया अंतिम चरण में है। रिकॉर्ड अधूरा पाए जाने पर पदोन्नति कमेटी की बैठक नहीं हो पाई। जिला शिक्षा अधिकारियों से जल्द शिक्षकों से जुड़े दस्तावेज मांगे गए हैं। dj
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