कुरुक्षेत्र : प्रदेश सरकार की ओर से निकाली पीजीटी भर्ती की योग्यता के पेंच में लोक प्रशासन से स्नातकोत्तर करने वाले अभ्यार्थी फंस गए हैं। अब तक लोक प्रशासन से स्नातकोत्तर करने वाले उम्मीदवार राजनीति शास्त्र के पीजीटी पदों के लिए योग्यता पूरी करते थे, लेकिन इस बार शिक्षा विभाग की ओर से पीजीटी राजनीति शास्त्र की योग्यता से लोकप्रशासन को बाहर कर दिया। ऐसे में ऑनलाइन आवेदन करने के लिए जाने वाले लोक प्रशासन के विद्यार्थी अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहे हैं।
शिक्षा विभाग की ओर से पिछले माह पीजीटी
के पदों पर भर्ती प्रक्रिया को शुरू किया था। इसमें 21 अगस्त से आवेदन की
प्रक्रिया भी शुरू कर दिया। इस भर्ती प्रक्रिया में ऑनलाइन आवेदन करने में
अभ्यार्थियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। विभाग की ओर से ऑनलाइन
प्रक्रिया में पीजीटी राजनीति शास्त्र के पदों के लिए केवल राजनीति
शास्त्र को ही योग्यता में शामिल किया है। आवेदन करते हैं तो प्रक्रिया में
योग्यता मांगी जाती है। जिसमें पीजी राजनीति को ही लिखा जा सकता है। लोक
प्रशासन की पीजी को लिखते हैं तो आवेदन को पूरा नहीं माना जाता। जिसके कारण
उम्मीदवारों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। वहीं इस मामले में कुवि
से लोक प्रशासन से एमए करने वाले छात्रों का कहना है कि अब तक पीजीटी स्तर
पर राजनीति शास्त्र के पदों के लिए
लोक प्रशासन की एमए भी योग्यता में शामिल थी।
अयोग्य किया
घोषित
वहीं शिक्षा विभाग की गलती देखिए जिन लोक प्रशासन विषय के छात्रों
को पीजीटी की भर्ती से बाहर किया गया है। उन्हें इसी शिक्षा विभाग ने
राजनीति शास्त्र का एचटेट करने के लिए योग्य करार दिया है। इसके चलते लोक
प्रशासन विषय के सैकड़ों विद्यार्थियों ने एचटेट की परीक्षा भी दी और उसे
पास भी कर दिया। अब पूरी मेहनत करने के बाद जब रोजगार देने की बात आई तो
शिक्षा विभाग इन्हें अयोग्य घोषित कर रहा है। dj
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