पानीपत : क्वालिटी ऑफ एजुकेशन (गुणवत्ता युक्त शिक्षा) को बढ़ावा देने
के लिए सरकारी स्कूलों में अलग से गणित कार्नर बनेगा। कार्नर में इसी विषय
के उपयोगी मॉडल रखे जाएंगे। विद्यार्थी इन मॉडलों के सहारे गणित के उलझे सवालों को सुलझाएंगे।
राजकीय विद्यालयों के छात्र गणित में कमजोर होते
हैं। बेस मजबूत न होने से कक्षा के स्टैंडर्ड के मुताबिक सवालों को हल नहीं
कर पाते। इससे उनके परीक्षा में फेल होने की आशंका बनी रहती है। स्कूली
शिक्षा में गणित की बुनियाद मजबूत करने के लिए अब ब्लॉक स्तर पर चुनिंदा
स्कूलों में गणित कार्नर बनाया जाएगा। कार्नर ऐसी जगह पर होगा, जहां
विद्यार्थियों को पहुंचने में परेशानी नहीं होगी। प्रदेश भर के स्कूलों में
नौवीं-दसवीं कक्षा में पढ़ाए जाने वाले गणित के टेक्सट बुक पर आधारित
प्रश्नों का अनूठा संग्रह (बैंक) तैयार किया जाएगा।
बीआरपी डेवलप करेंगे
मॉडल :
कार्नर में जो मॉडल रखे जाएंगे, उसे डेवलप करने का जिम्मा बीआरपी
(गणित) के कंधों पर दिया गया है। गणितीय कंसेप्ट पर आधारित मॉडल रखे
जाएंगे। ये मॉडल तीसरी से लेकर दसवीं कक्षा तक के सिलेबस का होगा।
परिषद ने भेजा डीपीसी को पत्र :
हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद ने
इस बारे में सभी जिला परियोजना संयोजकों को पत्र जारी कर दिया है। इसके
मुताबिक ब्लॉक रिसोर्स पर्सन (बीआरपी) से विज्ञान व गणित के मॉडल तैयार
करवा कर निदेशालय भिजवाएं। प्रत्येक जिले को दिए गए विषय पर मॉडल बनाने
हैं। डीपीसी, बीईओ व बीईईओ को कहा गया है कि वे इस बारे में कार्नर डेवलप
करने वाली टीम को पूरा सहयोग करें।
इन अध्यायों पर प्रश्न बैंक
प्रश्न बैंक तैयार करने के लिए प्रत्येक जिले को अलग-अलग चैप्टर पर कार्य करने का जिम्मा सौंपा गया है। पानीपत को इज मैटर अराउंड एज प्योर, मुंडलाना (सोनीपत) को साउंड, रोहतक को फंडामेंटल यूनिट ऑफ लाइफ, कुरुक्षेत्र को मैटर इन आवर सराउंडिंग, जींद को एसिड, बेस व साल्ट, हिसार को लाइफ प्रोसेस, करनाल को हेरिडिटि एंड इवोल्यूशन व आवर इंवायरमेंट, कैथल को एटम व मॉलीक्यूल, फरीदाबाद को डाइवर्सिटी लिविंग आर्गेनिज्म व टिश्यू तथा सिरसा जिले को मोशन एंड फोर्स सहित अन्य टॉपिक पर मॉडल बनाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। dj
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