** सरकार और शिक्षा निदेशालय की गलती, भुगत रहे 7423 रमसा शिक्षक
अंबाला : शिक्षा निदेशालय द्वारा सरकारी रिकॉर्ड में गड़बड़ी कर दी गई। विभाग
में भर्ती हुए रेगुलर शिक्षकों को पंचकूला स्थित शिक्षा निदेशालय के
अधिकारियों ने कांट्रेक्ट पर लगा दिखा दिया। जिस कारण प्रदेश के 7423
शिक्षक करीब एक साल से शिक्षा विभाग की गलती भुगत रहे हैं। पिछले अप्रैल
माह से इन शिक्षकों का वेतन निदेशालय की ओर से हर तीन से चार महीने बाद रोक
रोककर दिया जा रहा है। रमसा शिक्षकों को अक्टूबर माह से अभी तक वेतन नहीं
मिला है। हालांकि अब निदेशालय की ओर से अपनी गलती को ठीक करने का काम शुरू
कर दिया गया है और इन शिक्षकों को कांट्रेक्ट के बजाए रेगुलर दिखाने के लिए
कागजी काम किया जा रहा है ताकि भविष्य में इन शिक्षकों को वेतन के लाले न
पड़े। इस मामले में शुक्रवार को चंडीगढ़ स्थित हरियाणा निवास में शिक्षकों
का एक प्रतिनिधित्व प्रदेश मुख्य सचिव से बातचीत भी करेगा।
जानकारी के
मुताबिक सरकार की ओर से जारी विज्ञापन नंबर 2/2012 के तहत 14216 शिक्षकों
के लिए विभिन्न पदों पर भर्ती की गई थी। सरकार ने नियमानुसार इन शिक्षकों
को रेगुलर भर्ती किया था। लेकिन कुछ समय बाद ही कागजों में निदेशालय
अधिकारियों ने इन शिक्षकों को सेंक्शन पदों पर नहीं दिखाया। जिसके कारण
इनकी भर्ती रेगुलर के बजाए कांट्रेक्ट पर फीड कर दी गई। इसके बाद शिक्षा
निदेशालय ने सरकार के आदेशों पर अप्रैल 2015 में करीब 7423 शिक्षकों को
राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा परियोजना रमसा में भेज दिया। 4 मई को शिक्षा
निदेशालय ने एक रमसा शिक्षकों का वेतन रोकने के लिए प्रदेश के सभी जिला
शिक्षा अधिकारियों को वेतन रोक देने के लिए आदेश जारी किया और प्रदेश के
सभी जिलों में अगले आदेशों तक सभी रमसा शिक्षकों का वेतन अधिकारियों ने
रोके रखा। लेकिन वह वेतन चार माह का नहीं बल्कि महज 20 दिन का था। खातों
में 20 दिन का वेतन देख शिक्षक भी हैरान थे कि उन्हें किस हिसाब से वेतन
दिया गया।
करीब 22 दिन बाद निदेशालय ने वेतन जारी किया। लेकिन जुलाइ में
वेतन मिलने के बाद निदेशालय ने फिर से अक्टूबर माह तक इनका वेतन रोकने का
फरमान जारी किया और जिला शिक्षा अधिकारियों के खाते में भी इनका वेतन नहीं
डाला। अक्टूबर से अभी तक इन शिक्षकों को अपने खातों में वेतन के आने का
इंतजार है। चार से पांच माह तक बिना वेतन के इन शिक्षकों को खाने के भी
लाले पड़ गए है। सूत्रों के मुताबिक इन शिक्षकों की गलती को निदेशालय
अधिकारियों की ओर से ठीक किया जा रहा है ताकि भविष्य में उन्हें वेतन के
इंतजार न करना पड़े। गलती ठीक होने के साथ ही अधिकारियों ने इन 7423 रमसा
शिक्षकों की वेतन फाइल को पास कर आगे मंजूरी के लिए वित्त विभाग के पास भेज
दिया है।
विभाग की गलती भुगत रहे शिक्षक
इन शिक्षकों की भर्ती रेगुलर हुइ थी
लेकिन बाद में अधिकारियों ने इन शिक्षकों को रिकॉर्ड में कांट्रेक्ट पर
दिखा दिया। जिस कारण शिक्षा निदेशालय की ओर से इन शिक्षकों का वेतन बार बार
रोका जा रहा है। हालांकि अब अधिकारी अपनी गलती का सुधार कर रहे है। एक
सप्ताह में इन शिक्षकों को इनका वेतन मिल जाएगा।जयभगवान, प्रधान, हरियाणा
स्कूल लेक्चरर एसोसिएशन।
एक सप्ताह में मिल जाएगा वेतन
सीएम के प्रमुख सचिव राजेश कुमार खुल्लर
ने कहा कि सभी रमसा शिक्षकों को जल्द ही वेतन मिल जाएगा। शिक्षकों के रोके
गए वेतन के बारे में अधिकारियों को दिशा निर्देश दे दिए गए हैं। शिक्षक
संघ के सदस्यों ने भी उनसे बात की थी और उन्हें कहा गया था कि वेतन जल्द
मिल जाएगा। dj
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