सिरसा ; शिक्षा विभाग की अोर से जारी किए गए आदेश से कर्मचारी परेशान हो गए हैं। मैनेजमेंट इंफार्मेशन सिस्टम (एमआईएस) पोर्टल पर डाटा अपलोड का काम गति नहीं पकड़ पा रहा है। कभी वेबसाइट हैंग हो जाती है तो कभी जानकारी का अभाव बाधा पैदा कर रहा है। अभी तक केवल 10 प्रतिशत कर्मचारियों का डाटा भी पूरी तरह अपलोड नहीं हो पाया है।
सरकार ने सभी विभागों के कर्मचारियों का डाटा एमआईएस पर अपलोड करने के आदेश जारी किए हैं। इन्हीं आदेशों को सबसे पहले शिक्षा विभाग ने भी लागू कर दिया है। विभाग की ओर से आदेश जारी हुए हैं कि शिक्षा विभाग के कर्मचारी अपनी नौकरी से संबंधित डाटा अपलोड करें। लेकिन यह काम बेहद धीमी गति से चल रहा है। इसके पीछे कई कारण हैं। कर्मचारियों की संख्या अधिक है जबकि वेबसाइट की गति धीमी। इस कारण वेबसाइट बार-बार हैंग हो जाती है।
जानकारी के अभाव में बाजार से कराना पड़ रहा काम
कई कर्मचारियों को कंप्यूटर और इंटरनेट की दक्षता हासिल नहीं है। इस कारण उन्हें इस काम पर दूसरों पर निर्भर रहना पड़ रहा है। कई कर्मचारी दूसरे कर्मचारियों से यह काम करवा रहे हैं तो कुछ कर्मचारियों को बाजार से कराना पड़ रहा है। ऐसे में दुकानदारों की चांदी हो गई है। दुकानदार कर्मचारियों से 100 रुपये से 300 रुपये फीस लेकर यह काम कर रहे हैं।
ये होगा फायदा
एमआईएस पर सभी कर्मचारियों का डाटा फीड होने से हालांकि कर्मचारियों और सरकार को खासा लाभ होगा। इससे कर्मचारियों से संबंधित सभी प्रकार की जानकारी वेबसाइट पर उपलब्ध होगी। जहां एक ओर वरिष्ठता सूची बनाने में आसानी होगी वहीं दूसरी ओर बार-बार कर्मचारियों का रिकार्ड कागजों में नहीं खंगालना पड़ेगा। एक क्लिक पर किसी भी कर्मचारी का डाटा उपलब्ध हो जाएगा।
एमआईएस पोर्टल सरकार की ओर से जारी किया गया है। इसमें कर्मचारियों को अपनी नौकरी से संबंधी डाटा फीड करना है। जैसे नाम, परिवार के सदस्यों का नाम, नौकरी ज्वाइन की तिथि, कब-कब और कहां-कहां तबादले हुए। इसके अलावा कोई उपलब्धियां हो तो उन्हें भी फीड करना है। इस काम की जिम्मेदारी सभी कर्मचारियों को दी गई हैं कि अपनी-अपनी फीड करें। एमआईएस पर जानकारी फीड करने की दो कैटेगरी हैं। एक पर्सनल कैटेगरी तो दूसरी नौकरी से संबंधित। db
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