जींद : एचटेट मामले में एसआइटी अब 25 फरवरी को हाई कोर्ट में अपनी स्टेट्स
रिपोर्ट नहीं सौंप पाएगी तथा इसके लिए अदालत से अतिरिक्त समय मांगा जाएगा।
हाई कोर्ट ने मामले के आरोपी स्कूल संचालक राजेंद्र गाहल्याण व पूर्व नपा
सचिव पवित्र गुलिया को पुलिस जांच में शामिल होने की शर्त के साथ गिरफ्तारी
पर स्टे देने के साथ-साथ पुलिस को मामले की स्टेट्स रिपोर्ट 25 फरवरी को
अदालत में पेश करने का आदेश दिया था।
अदालत से स्टे मिलने के बाद आरोपी
जाट आरक्षण आंदोलन शुरू होने से पहले नियमित रूप से पुलिस जांच में शामिल
हुए, परंतु पुलिस को आरोपियों से जांच में उचित सहयोग नहीं मिल पाया। जिले
में 17 फरवरी से भड़की जाट आरक्षण आंदोलन की आग के चलते एसआइटी इस मामले
में स्टेट्स रिपोर्ट पर अपना होमवर्क पूरा नहीं कर सकी तथा एसआइटी ने मामले
की स्टेट्स रिपोर्ट सौंपने के लिए अदालत से अतिरिक्त समय मांगने का निर्णय
लिया है।
"पुलिस को पवित्र गुलिया व राजेंद्र गाहल्याण सहित कई आरोपियों से पूछताछ के
आधार पर जांच की स्टेट्स रिपोर्ट 25 फरवरी को अदालत में पेश करनी थी,
परंतु जाट आरक्षण के चलते स्टेट्स रिपोर्ट पर पूरी तरह से काम नहीं कर पाई।"-- वसीम अकरम, एसआइटी इंचार्ज
14 अंदर, पांच बाहर
14 दिसंबर को जींद में
एचटेट पेपर लीक मामला का खुलासा होने के बाद से पुलिस इस मामले में 14
आरोपियों को जेल भेज चुकी है तथा पांच आरोपियों की अभी भी पुलिस को तलाश
है, जिनमें से दो आरोपी पवित्र गुलिया व राजेंद्र गाहल्याण हाई कोर्ट से
गिरफ्तारी पर स्टे आर्डर ले चुके हैं। अन्य फरार आरोपियों में राजीव दहिया,
जेबीटी शिक्षक पवन व अजय शामिल हैं। dj
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