सोनीपत : पांचवें पंचायत आम चुनाव के तीन चरणों में ड्यूटी देने वाले करीब 5940 अधिकारियों कर्मचारियों को अभी तक मानदेय नहीं मिल सका है। इन लोगों ने जिले में हुए तीन चरणों के चुनाव में बतौर पीठासीन अधिकारी सहायक कर्मचारी के तौर पर ड्यूटी दी है। इनका मानदेय डीडीपीओ के यहां से जारी होता है। इन कर्मचारियों को जिला प्रशासन द्वारा 59 लाख 40 हजार रुपए का मानदेय दिया जाना है।
एक पीठासीन अधिकारी रहे कर्मचारी ने बताया कि विधानसभा लोकसभा चुनावों में ड्यूटी देने वाले कर्मचारियों को जहां हाथों हाथ मानदेय दिया गया, लेकिन पंचायत चुनाव के पहले चरण को खत्म हुए एक महीना हो गया है। वहीं तीसरे चरण को खत्म हुए भी काफी दिन हो चुके हैं। बावजूद इसके अब तक प्रशासन कर्मचारियों को मानदेय नहीं दे पाया है। चुनाव में ड्यूटी देने वाले कर्मचारियों को 900 और पीठासीन अधिकारी को 1400 रुपए का मानदेय देने का प्रावधान है। चुनाव में ड्यूटी देने वाले कर्मचारियों ने कहा कि मौके पर अकाउंट नंबर लेने के बावजूद अब तक मानदेय खाते में नहीं आना गलत है।
जिला निर्वाचन कार्यालय के कर्मचारियों की मानें तो एक बूथ पर पांच कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई थी। जिसमें एक पीठासीन अधिकारी और चार सहायक शामिल थे। पीठासीन अधिकारी को निर्वाचन कार्यालय के मानक अनुसार 1400 का मानदेय प्रति ड्यूटी दिया जाता है। वहीं कर्मचारियों को 900 देने का प्रावधान है। कुल अधिकारियों कर्मचारियों की संख्या करीब 5940 बनती है। जिसमें 16 लाख 63 हजार 200 रुपए पीठासीन अधिकारियों को देना है। जबकि 42 लाख 76 हजार 800 रुपए कर्मचारियों को देना है। जिसका कुल जोड़ करीब 59 लाख 40 हजार रुपए बनता है।
"विभाग द्वारा सभी ड्यूटी देने वाले कर्मचारियों अधिकारियों की यूनिक आई-डी ली जा रही है। ई-सैलरी में प्रयोग होने वाले सभी कोरम को पूरा किए बिना मानदेय जारी नहीं हो सकता है। एक सप्ताह के भीतर सभी का मानदेय जारी कर दिया जाएगा।'' -- रुपेंदर मलिक, डीडीपीओ सोनीपत। db
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