बाहरी दिल्ली : एक मार्च से शुरू होने वाली बोर्ड परीक्षाओं को लेकर शिक्षा
निदेशालय ने विद्यार्थियों को विशेष सुविधा व सहूलियत देने के लिए पहल की
है। इसके तहत दो परीक्षाओं के बीच के अंतराल में बच्चों की जरूरतों के
मुताबिक शिक्षकों को विशेष कोचिंग देने के निर्देश दिए हैं। इसका लाभ सभी
सरकारी स्कूलों के नौवीं और 12वीं कक्षा के परीक्षार्थियों को मिलेगा। सभी
स्कूलों को इस बारे में आदेश जारी किए गए हैं। इसके तहत बच्चों को दी जाने
वाली इस सुविधा की निगरानी का काम भी शिक्षकों और स्कूल प्रमुख को सौंपा
गया है। इस विशेष कक्षा के लिए सभी स्कूल प्रमुखों को कुछ दिशानिर्देश दिए
गए हैं। परीक्षा के बीच में पठन-पाठन की इस पहल से कमजोर और पिछड़े छात्रों
के परीक्षा परिणाम पर कितना असर होगा यह तो परिणाम आने के बाद ही पता चल
पाएगा, लेकिन इस पहल से छात्रों और अभिभावकों में खुशी का माहौल है।
स्कूलों में जारी आदेश के मुताबिक इस दौरान सभी विषयों के शिक्षक स्कूल
में मौजूद रहेंगे। नौवीं और बारहवीं के सभी विद्यार्थियों को भी इस बात की
सूचना दी जाएगी कि वे स्कूल में आएं और अपने विषयों से जुड़ी समस्या अपने
शिक्षकों की मदद से दूर कर लें। इस दौरान बच्चे तैयारियों के आखिरी वक्त
में अपनी सभी जिज्ञासाओं और सवालों के जवाब संबंधित विषय के शिक्षक से ले
सकेंगे। कमजोर बच्चों के अभिभावकों को भी सलाह दी जाएगी कि वे अपने बच्चों
की मानसिक स्थिति को समझंे और उन्हें उत्साहित करें। विषयों से जुड़ी
परेशानियों के साथ पढ़ाई में कमजोर बच्चों की काउंसलिंग भी की जाएगी। इसमें
उन्हें मानसिक और नैतिक सहारा देने का काम किया जाएगा। dj
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