तोशाम : बायोमीट्रिक मशीनें सुचारु रूप से ना चलने के कारण गुरुजनों की परेशानी दिन-प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। गुरुजनों को हाजिरी के लिए सुबह और शाम एक-एक घंटा गंवाना पड़ रहा है और छुट्टी के समय तो गुरुजनों में पहले मैं, पहले मैं की स्थिति देखने को मिल रही है। लेकिन मशीन द्वारा सही तरीके से काम नहीं करने व सर्वर पर एक साथ ज्यादा लोड होने से सुबह समय से पहले पहुंचने के बावजूद सही समय के बाद हाजिरी लग रही है और जिसके कारण उन्हें लेट दर्शाया जा रहा है। वहीं छुट्टी के बाद भी हाजिरी के लिए घंटों तक गुरुजनों को लाइन में लगा रहना पड़ता है।
गौरतलब है कि डिजिटल इण्डिया मुहिम के तहत प्रदेश सरकार ने सभी सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की हाजिरी सुनिश्चित करने के लिए बायोमीट्रिक मशीन से काम शुरू किया। इसके लिए सभी स्कूलों में मशीनें भी उपलब्ध करवा दी गईं लेकिन इन मशीनों के जरिए हाजिरी लगाने में गुरुजनों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
मशीन में हाजिरी लगाने के लिए गुरुजनों को आठ अंक का रजिस्ट्रेशन नम्बर दिया गया है, जिसे हाजिरी लगाने से पहले हर बार इन नम्बरों को मशीन में डालना पड़ता है।
नम्बर के स्वीकृत करने के बाद मशीन कर्मचारी का पूरा विवरण देगी। जिसके बाद कर्मचारी को अपना अगूंठा मशीन में लगाना होगा। सामान्यत: इस प्रक्रिया में एक मिनट का समय लगता है, लेकिन तकनीकी खराबी व सर्वर पर लोड होने के कारण इस प्रक्रिया में काफी समय लग जाता है। इस कारण अन्य शिक्षकों को हाजिरी लगाने के लिए काफी इंतजार करना पड़ता है।
सुबह भागम भाग के बाद किसी तरह से गुरुजन समय से पहले स्कूल में पहुंचते हैं लेकिन मशीन में हाजिरी लगाने में लगने वाले समय के कारण उन्हें अकसर लेट दिखा दिया जाता है।
जिसके चलते स्कूल समय साढ़े नौ बजे का होने के बावजूद गुरुजन साढ़े आठ से नौ बजे के बीच पहुंच रहे हैं। सही हालत सायं को होती है।
दूर की जाएं तकनीकी खामियां
हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ के खण्ड प्रधान सुरेन्द्र पीटीआई ने कहा कि तकनीकी खामियों की वजह से हाजिरी लगाने के लिए शिक्षकों को एक घंटा पहले स्कूल में आना पड़ रहा है। उन्होंने तकनीकी खामियों को दूर करने के बाद ही हाजिरी लगवाने की मांग की। dt
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