चंडीगढ़ : हरियाणा के 14 हजार अतिथि अध्यापकों का मसला अभी पूरी तरह से हल
भी नहीं हुआ, लेकिन 35 हजार जेबीटी शिक्षकों ने अपनी मांगों के लिए ताल
ठोंक दी है। इन जेबीटी शिक्षकों ने 25 फरवरी को करनाल में आक्रोश रैली करने
का एलान किया है। सीएम सिटी में ही अतिथि अध्यापक मुंडन तक करा चुके हैं।
राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष तरुण सुहाग व महासचिव सुरेश लितानी
के अनुसार 29 नवंबर 2017 को जिला स्तर पर और 6 दिसंबर 2017 को निदेशालय पर
सांकेतिक प्रदर्शनों में चेतावनी दी गई थी। मगर अधिकारी जेबीटी शिक्षकों
की समस्याओं के समाधान को लेकर गंभीर नहीं हुए। अंतर-जिला तबादला नीति में
संघ के सुझावों को शामिल करते हुए नए सत्र से पूर्व तबादले करने और जेबीटी
एनीवेयर व सुगम पोर्टल पर दर्ज पेंडिंग ग्रीवेंसिज का शीघ्र निपटारा करने
की मांग को लेक यह आंदोलन हो रहा है।
शिक्षक नेता दीपक गोस्वामी के अनुसार
वर्ष 2000 में नियुक्त जेबीटी को पदोन्नति दी जाए व वर्ष 2017 में नियुक्त
1259 लो मेरिट जेबीटी की एडहॉक की बजाय नियमित नियुक्ति की जाए। नई पेंशन
स्कीम की
जगह पुरानी पेंशन स्कीम लागू करने की मांग को भी अनदेखा किया जा रहा है।
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