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Friday, 9 February 2018

अध्यापकों ने बोर्ड मुख्यालय पर किया बवाल

** भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए किया कार्यालय का घेराव, मुख्य द्वार से जबरन घुसे अंदर और की नारेबाजी
** निजी स्वार्थों की पूर्ति के लिए कर रहे है बोर्ड की छवि धूमिल : शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डा. जगबीर सिंह
भिवानी: हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ संबंधित सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा ने बृहस्पतिवार को हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड प्रशासन के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए जोरदार रोष प्रदर्शन किया। प्रदेश भर से हजारों की संख्या में अध्यापक स्थानीय नेहरू पार्क में इकट्ठे होकर बोर्ड प्रशासन व सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और अपनी आवाज को बुलंद किया। बोर्ड प्रशासन द्वारा किये गये भ्रष्टाचार मसले को लेकर किये गये प्रदर्शन की अध्यक्षता प्रान्तीय अध्यक्ष श्रीचन्द्र नवदीप भारती द्वारा की गई व मंच संचालन महासचिव मास्टर जगरोशन ने किया।
अध्यापक बोर्ड प्रशासन द्वारा किये गये भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर अध्यापकों ने शहर के बीचोंबीच प्रदर्शन करते हुए परचे बांटकर जनता से सहयोग की अपील करते हुए घंटाघर, सराय चौपटा, महाराणा प्रताप चौक होते हुए बोर्ड मुख्यालय पर पहुंचकर हल्ला बोला। कर्मचारियों के प्रदर्शन व जोश को देखते हुए पुलिस प्रशासन भी पीछे हटा। शिक्षा बोर्ड कर्मचारियों ने भी भ्रष्टाचार को लेकर पहले ही मुहिम चलायी हुई थी। बोर्ड कर्मचारियों का भी आरोप था कि शिक्षा बोर्ड में करोड़ों रुपये को प्रशासन डकार गया है। प्रदर्शन का नेतृत्व करते हुए प्रान्तीय अध्यक्ष सीएन भारती ने कहा कि शिक्षा बोर्ड का गठन 1969 में किया गया था। सन् 1981 में इसके मुख्यालय को चंडीगढ से भिवानी लाया गया। 
शिक्षा के पाठ्यक्रम, पुस्तकें, दाखिले के नियम व परीक्षा संचालन करके परीक्षा परिणाम निकालकर प्रदेश के छात्र-छात्रओं को योग्यता का प्रमाण पत्र प्रदान करना बोर्ड का मुख्य उद्देश्य था। शिक्षा बोर्ड में राजनैतिक हस्तक्षेप बढ़ता गया, लेकिन सरकारों ने इसके संचालन के लिए एक पैसा भी कभी बजट का नहीं दिया। इसका संचालन विद्यार्थियों से लिये जाने वाले परीक्षा शुल्क से ही हो रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि शिक्षा बोर्ड का भूखा प्रशासन छात्र-छात्रओं के पैसे को भी मौज-मस्ती से उड़ाकर डकार गया है। बोर्ड का मुखिया स्वयं चेयरमैन अध्यापक संघ के प्रतिनिधि मण्डल से वार्ता के दौरान कहता है कि बोर्ड का पैसा खाया है और भी खाऊंगा, आपसे जो कुछ हो कर लेना। 
अध्यापक संघ ने दो टूक शब्दों में स्पष्ट जवाब दिया है कि यह पैसा आम किसान, मजदूर, महिला, दुकानदार छात्रों की गाढ़ी कमाई का है। इसको हम किसी भी सूरत में व्यर्थ नहीं जाने देंगे। चाहे हमें किसी भी प्रकार की कोई कुर्बानी क्यों न देनी पड़े तथा कह डाला कि शिक्षा बोर्ड प्रशासन द्वारा किये गये करोड़ों रुपये के घोटाले को जनता के बीच जाकर पोल खोलो अभियान चलायेंगे।अध्यापक नेता मास्टर बलबीर सिंह व वजीर सिंह ने संयुक्त रूप से आरोप लगाया कि बोर्ड अध्यक्ष के कार्य ग्रहण करते ही वर्तमान सचिव का साथ मिलने पर भ्रष्टाचार के गुल खिलाने की रफ्तार में तेजी पकड़ ली। शिक्षा बोर्ड के इतिहास में सचिव का एडिशनल चार्ज आमतौर पर एडीसी भिवानी के पास रहता आया है। कभी भी भिवानी से बाहर नहीं गया। प्रथम अवसर है कि सचिव का चार्ज जींद एडीसी के पास है।
निजी स्वार्थों की पूर्ति के लिए कर रहे है बोर्ड की छवि धूमिल
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डा. जगबीर सिंह ने कहा कि बोर्ड के कुछ कर्मचारी अपने निजी स्वार्थों को पूरा करने के लिए बोर्ड की छवि को धूमिल करने का प्रयास कर रहे है। उन्होंने कहा कि आज जिस प्रकार से बोर्ड के कर्मचारियों व कुछ अध्यापकों ने प्रदर्शन व धरना दिया उससे उनके मंसूबे पूरे नहीं होंगे। बोर्ड चेयरमैन ने कहा कि बोर्ड में हर कार्य जीरो टोलरेंस से किया जा रहा है। किसी भी प्रकार का भ्रष्टाचार बोर्ड में नहीं होने देंगे।बोर्ड चेयरमैन ने आज जारी ब्यान में कहा कि अपने निजी स्वार्थों को पूरा करवाने के लिए कुछ कर्मचारी बोर्ड की छवि को धूमिल कर रहे हैं, आज उन कर्मचारियों ने आज बोर्ड का कार्य बाधित करने का भी प्रयास किया। उन्होंने बताया कि बोर्ड की चारदीवारी में किसी प्रकार का धरना व प्रदर्शन करने पर रोक लगी है। यहां तक कि न्यायालय का भी आदेश है। उन कर्मचारियों ने न्यायालय के आदेशों को भी तोड़ा है तथा बोर्ड का गेट जबरदस्ती खोलकर अन्दर घुसे थे, यहां तक कि बोर्ड की सुरक्षा में तैनात महिला व पुरुष कर्मियों के साथ भी बदसलूकी की गई है।

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