सिरसा : शहर के कीर्ति नगर स्थित हाई स्कूल में
रविवार को मुख्याध्यापकों की एक विशेष बैठक आयोजित हुई। जिसकी अध्यक्षता
एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष कुलभूषण शर्मा ने की। उन्होंने कहा कि प्रदेश के
सरकारी स्कूलों में कार्यरत मुख्याध्यापकों की मांगों को पूरा करने के
बजाय प्रदेश सरकार मुख्याध्यापकों का पद ही खत्म करने की साजिश रच रही है।
मुख्यध्यापकों सहित हिंदी, पंजाबी व संस्कृत अध्यापकों का पदोन्नति का कोटा
खत्म करने की तैयारी की जा रही है, जिससे मुख्याध्यापकों में रोष है।
सरकार की इन नीतियों के खिलाफ मुख्याध्यापक स्कूल एसोसिएशन की ओर से जल्द
ही प्रदेश स्तरीय बैठक की जाएगी। जिसमें आगामी आंदोलन की रणनीति बनाई
जाएगी।
उन्होंने आरोप लगाया कि मिडल स्कूलों को सीधे ही वरिष्ठ
माध्यमिक बनाना मुख्याध्यापकों के पदोन्नति के रास्ते को बंद करने के समान
है, जो कि भविष्य में प्रदेश के 80 हजार से अधिक अध्यापकों की पदोन्नति को
प्रभावित करेगा। प्रदेश के हाई स्कूलों में हैडमास्टर के 1200 पद हैं,
लेकिन इनमें से 700 पद खाली पड़े हैं। इसके अतिरिक्त स्कूल लेक्चरर,
जेबीटी, मास्टर आदि वर्ग के भी हजारों पद खाली पड़े हैं, लेकिन उन पर
नियमित भर्ती नहीं की जा रही।
उन्होंने कहा कि प्रदेश स्तरीय बैठक में
प्रत्येक वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में उप प्रधानाचार्य का पद सृजित करने,
पदोन्नति से वंचित 100 मुख्याध्यापकों की पदोन्नति के कोटे से पदोन्नति
करने, मिडल स्कूल मुख्याध्यापक को उप प्रधानाचार्य के पद पर पदोन्नत करने,
मुख्याध्यापक हाई स्कूल को मौलिक खंड शिक्षा अधिकारी के पद पर भी नियुक्ति
करने, शत प्रतिशत प्रधानाचार्य की पदोन्नति केवल मुख्याध्यापक से ही किए
जाने, प्राध्यापक को पहले उप प्रधानाचार्य बनाने और फिर प्रधानाचार्य पद
पदोन्नत करने की मांग उठाई जाएगी और आंदोलन की रूपरेखा बनाई जाएगी।
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