हिसार/राजधानी हरियाणा : हरियाणा लोक सेवा आयोग की कॉलेज कैडर
के सहायक प्रोफेसर पद की भर्ती सवालों के घेरे में है। अलग-अलग विषयों के
1647 पदों के लिए हुई भर्ती में गड़बड़ी के आरोप लगे हैं। अभ्यर्थियों ने
बताया कि स्क्रीनिंग रिजल्ट जारी करने के बाद इंटरव्यू पर बुलाया गया। उसी
दिन एचपीएससी ने रिवाइज आंसर-की जारी कर दी। जिसमें 9 प्रश्न डिलीट किए गए।
इसके बावजूद मेरिट लिस्ट नहीं बदली। अभ्यर्थियों का आरोप है कि पहले ही तय
था कि किन्हें रखना है और किन्हें बाहर करना है। डिलीट किए गए 9 प्रश्नों
में से 6 प्रश्नों के दो ऑप्शन दिए गए थे। जबकि तीन प्रश्न ठीक होने के
बावजूद डिलीट कर दिए गए। यानी मेरिट लिस्ट 91 अंकों में से बनाई गई। यही
नहीं, लिखित परीक्षा में केमेस्ट्री टॉपर हिसार की प्रोमिला समेत 90% या
अधिक अंक लेने वाले 30 से ज्यादा अभ्यर्थी इंटरव्यू में बाहर हो गए। इन्हें
इंटरव्यू व व्यक्तिगत उपलब्धि के 50 में से केवल 30 अंक मिले। इनका कहना
है कि लो मेरिट वालों को इंटरव्यू में अधिक अंक देकर सिलेक्ट कर लिया गया।
लिखित परीक्षा का रिजल्ट 7 नवंबर 2017 को आया था। 2 से 10 जनवरी 2018 तक
इंटरव्यू हुए। भर्ती प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। सिर्फ जॉइनिंग बाकी है।
इन मेरिट वालों को इंटरव्यू में कम अंक
सामान्य
वर्ग की प्रोमिला। रोल नंबर 3121। लिखित परीक्षा में 100 में 96.70 अंक
मिले। इंटरव्यू व व्यक्तिगत उपलब्धि के 50 अंक में से 30 अंक मिले। लिखित
में जितने अंक आए उनको 50% माना गया। पीएचडी, नेट जीआरएफ क्लियर है।
सुमन बाला कैटेगरी बीसी-ए।
लिखित परीक्षा में 86.81 अंक। इन्हें 50
प्रतिशत माना गया तो 43.41 अंक मिले। इंटरव्यू व व्यक्तिगत उपलब्धि के 23
अंक दिए गए। एकेडमिक रिकॉर्ड भी अच्छा है। 10 वीं कक्षा में 90.6%, 12वीं
में 79.6%, बीएससी में 78.1%, एमएससी में 75.2% अंक, नेट क्लियर है। इन्हें
भी इंटरव्यू में नॉट क्वालिफाई करार दिया गया।
इन लो मैरिट वालों को इंटरव्यू में अधिक नंबर
रोल
नंबर 2338 के अभ्यर्थी के लिखित परीक्षा में 84.62 आए। जबकि एकेडमिक व
इंटरव्यू में 37 अंक मिले। वहीं, रोल नंबर 2420 को रिटर्न में 84.62 और
इंटरव्यू में 40 अंक मिले।
प्रश्न-पत्र में 33% खामियां, पर पेपर रद्द नहीं
जीजेयू
स्कॉलर जोगेंद्र व राजकीय कॉलेज भिवानी में कार्यरत राजेश कुमार ने 29
जनवरी 2017 को फिजिक्स विषय में टेस्ट दिया। उनका कहना है कि प्रश्न पत्र
में 33% खामियां थीं। नियमत: 10% से अधिक खामियां मिलती हैं तो वह पेपर
रद्द माना जाता है। पेपर रद्द नहीं हुआ तो कोर्ट गए। हाईकोर्ट में एचपीएससी
के एक अधिकारी ने मांग मानने की बात कही। तब मामला शांत हुआ। बाद में मेल
से जानकारी दी गई है कि चार प्रश्न गलत हैं, जिन्हें हटा दिया गया है। अन्य
10 प्रश्नों में संशोधन कर दिए गए हैं और रिजल्ट आउट कर दिया।
अब केमेस्ट्री टॉपर भी जाएगी हाईकोर्ट
हिसार
की अभ्यर्थी सुचिता सिंधु हाईकोर्ट जा चुकी हैं। उन्हें पिछले सप्ताह ही
एक सीट पर स्टे भी मिला है। उन्होंने एचपीएससी की प्रक्रिया पर सवाल उठाए
हैं। उनका आरोप है कि एचपीएससी ने मनमाने नियम अपनाए हैं। प्रश्नों को लेकर
भी सवाल उठाए गए हैं। इंटरव्यू व एकेडमिक रिकॉर्ड के नंबरों के मामले को
भी आधार बनाया है। अब केमेस्ट्री टॉपर प्रोमिला का कहना है कि वह भी सोमवार
को हाईकोर्ट में जाएंगी।
एचपीएससी चेयरमैन मनबीर सिंह भड़ाना से सीधी बातचीत
Q.
लिखित परीक्षा में जिन अभ्यर्थियों के 80 से ज्यादा नंबर आए, वह इंटरव्यू
में बाहर कर दिए गए। इससे कम नंबर वालों के इंटरव्यू और एकेडमिक के संयुक्त
नंबर ज्यादा हैं। ऐसा क्यों।
A. इंटरव्यू के लिए एक्सपर्ट बुलाए जाते
हैं। वह दूसरे प्रदेशों से होते हैं। उन्हें तो यह भी पता नहीं होता कि
रिटर्न एग्जाम में किस उम्मीदवार के कितने नंबर आए हैं।
Q. एचपीएससी एकेडमिक और इंटरव्यू के नंबर अलग-अलग जारी क्यों नहीं करता है।
A. ऐसा नहीं है। प्रक्रिया के बीच अलग-अलग नंबर जारी नहीं करते हैं। वैसे भी किसी उम्मीदवार को नंबर देखना है तो उसे बताया जाता है।
Q.
प्रश्न-पत्र में विवादित 9 सवाल हटाए गए। लेकिन मेरिट में बदलाव नहीं किया
गया। कई प्रश्न-पत्रों में तो 33 फीसदी तक खामियां सामने आई हैं।
A.
जो भी ऑब्जेक्शन आते हैं, उनको हम विशेष कमेटी के पास भेजते हैं। वहां
ऑब्जेक्शन सही होने पर ही सवाल हटाए गए। इसके बाद नियमानुसार मेरिट जारी की
गई थी।
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