** इसी सत्र से होंगे दाखिले, अगले सत्र से हो पाएंगी परीक्षाएं
भिवानी : संस्कृत शाखा गठन की शुरू हो गई है। इस मुद्दे पर सोमवार को
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड मुख्यालय पर संस्कृत विशेषज्ञों की एक
महत्वपूर्ण बैठक आयोजित कर सुझाव मांगे गए। बैठक की अध्यक्षता बोर्ड के
चेयरमैन डॉ. जगबीर सिंह व संयोजन हरियाणा संस्कृत अकादमी के निदेशक डा.
सोमेश्वर दत्त ने की। इनके अलावा कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, महर्षि दयानंद
विश्वविद्यालय, पंजाब विश्वविद्याल, गुरुकुल झज्जर सहित अन्य संस्थानों के
संस्कृत विद्वानों ने भाग लिया।ये हुआ मंथन :
बैठक में फैसला लिया कि
पाठ्यक्रम निर्माण के लिए अलग से समिति गठित की जाएगी। समिति तय करेगी कि
संस्कृत का पाठ्यक्रम क्या होगा। विशेषज्ञों ने राय दी कि आठवीं कक्षा तक
बोर्ड अपने अनुसार ही परीक्षा सिस्टम जारी रखे। हालांकि आज की बैठक का
मुद्दा बोर्ड में संस्कृत शाखा शुरू करना था, लेकिन अधिकांश विशेषज्ञों की
राय अलग से संस्कृत बोर्ड गठित करने की थी।
ये लिए गए निर्णय
1. परीक्षा संचालन के
लिए सरकार से औपचारिक स्वीकृति ली जाए।
2. महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय
(मदवि), कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय (कुवि) व राष्ट्रीय संस्कृत शिक्षण
संस्थान नई दिल्ली से संस्कृत परीक्षाओं की सूची ली जाएगी।
3. परीक्षाएं
हरियाणा शिक्षा विभाग से मान्यता प्राप्त संस्कृत संस्थानों में शैक्षिक
सत्र 2018-19 से फ्रेश प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों की ही होंगी, जो कि
बोर्ड की वार्षिक परीक्षा प्रणाली के तहत मुख्य परीक्षाओं के साथ ही होंगी।
4. कार्य की तात्कालिकता के दृष्टिगत मदवि, कुवि, राष्ट्रीय संस्कृत
शिक्षण संस्थान दिल्ली के परीक्षाओं का जो पाठ्यक्रम, पाठ्य योजना, प्रश्न
पत्र डिजाइन, पास फामरूला लागू करना उचित होगा।
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