** नई भर्तियों के कारण सिविल अस्पताल में बढ़ी भीड़
** प्रशासन ने सप्ताह में एक दिन के लिए बनाया स्पेशल बोर्ड
हिसार : नौकरी के लिए मेडिकल सर्टिफिकेट बनवाने वालों के लिए राहत भरी खबर है। उन्हें मेडिकल जांच के बाद सर्टिफिकेट बनवाने के लिए आठ सौ रुपये नहीं देने होंगे। यह काम महज दो सौ रुपये में हो जाएगा। इसके लिए शुक्रवार आने का इंतजार करना होगा।
इस बार 20 दिसंबर को क्रोनिक डीजिज पीडि़तों के मेडिकल सर्टिफिकेट बनाने के लिए डॉक्टरों का स्पेशल बोर्ड बैठेगा। यहां मेडिकल सर्टिफिकेट का शुल्क महज दो सौ रुपये लगेगा। इसके अलावा अन्य किसी दिन मेडिकल बनवाने पर शुल्क आठ सौ रुपये ही देना होगा।
अफरा तफरी का माहौल रहा
अस्पताल में बुधवार को डॉक्टर के कमरे के बाहर मेडिकल सर्टिफिकेट बनवाने वालों की कतार लगी हुई थी। यहीं ओपीडी के मरीज भी देखे जा रहे थे। इसके अलावा बुधवार को अस्पताल में विकलांगों के मेडिकल सर्टिफिकेट बनाए जाते हैं। ऐसे में भीड़ के कारण अफरा तफरी का माहौल रहा।
रोजना आ रहे 50-60 लोग
पिछले कुछ दिनों से सिविल अस्पताल और सीएमओ दफ्तर में लोगों की भीड़ बढ़ गई है। ये लोग नौकरी के लिए मेडिकल सर्टिफिकेट बनवाने आ रहे हैं। हाल ही में हाईकोर्ट ने टीचर भर्ती प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए। इसके बाद से यह भीड़ बढ़ी है। रोजाना अस्पताल में 50 से 60 लोग मेडिकल बनवाने आ रहे हैं।
बाकी दिन आठ सौ रुपये ही लगेंगे
"अर्बन हेल्थ सेंटर के लिए स्टाफ की भर्ती की जा रही है। नौकरी के लिए मेडिकल सर्टिफिकेट बनवाने वालों की भी भीड़ है। विभाग के पास स्टाफ पहले से ही कम है। ऐसे में व्यवस्था बनाने के लिए सीएचसी पीएचसी से डॉक्टर बुलाने पड़ रहे हैं। हर महीने के पहले और तीसरे शुक्रवार को क्रोनिक डीजिज से पीडि़त लोगों के लिए स्पेशल बोर्ड काम करता है। यह बोर्ड जांच के बाद उनके मेडिकल सर्टिफिकेट बनाता है। इसके लिए शुल्क दो सौ रुपये लगता है। अन्य किसी दिन यह शुल्क आठ सौ रुपये है।"--डॉ. श्रीराम सिवाच, सीएमओ। db
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