गोहाना : डिस्टेंस से कम्प्यूटर साइंस की पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों ने सरकार द्वारा एचटीईटी (एच-टेट) की परीक्षा में बैठने न देने के फैसले पर कड़ा एतराज जताया। विद्यार्थियों ने प्रश्न किया कि जब वे यूजीसी नेट व अन्य परीक्षाओं में भाग ले सकते हैं तो प्रदेश सरकार ने उन पर एच-टेट की परीक्षा में भाग लेने पर किस आधार पर प्रतिबंध लगाया।
विद्यार्थियों ने सरकार के इस फैसले के खिलाफ अदालत की शरण लेने की चेतावनी दी। विद्यार्थियों ने उनके द्वारा स्कूलों में काम किए जाने के बाद भी संबंधित सोसायटी द्वारा चार माह का वेतन न देने पर रोष प्रकट किया।
डिस्टेंस से कम्प्यूटर साइंस की शिक्षा ग्रहण करने वाले विद्यार्थी पूनम रानी, मनोज कुमार, सुनील दहिया, दिनेश, कविता, ऋतु, नीतू आदि ने रोष प्रकट करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा डिस्टेंस से कम्प्यूटर साइंस की शिक्षा ग्रहण करने वाले विद्यार्थियों पर एच-टेट की परीक्षा में भाग लेने पर रोक लगा दी है।
रुचि ने कहा कि जब रेगुलर डिग्री करने और डिस्टेंस से डिग्री करने वाला पाठ्यक्रम वही है तो सरकार इस तरफ के फैसले क्यों ले रही है। उन्होंने कहा कि डिस्टेंस से कम्प्यूटर की डिग्री करने वाले विद्यार्थियों को जब यूजीसी नेट, सीटीइटी में परीक्षा देने का अधिकार दिया गया है तो एचटीइटी में परीक्षा देने से किस आधार पर वंचित रखा जा रहा है। विद्यार्थियों ने सरकार के इस फैसले के खिलाफ अदालत की शरण लेने की चेतावनी दी। dt
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