चंडीगढ़: हरियाणा के राजकीय हाई स्कूलों में हेडमास्टर के पद पर प्रोमोशन के पुराने मामलों का निपटारा एक महीने में होगा। इसमें देरी हुई तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ एक्शन होगा। अब शिक्षकों को अपनी समस्याओं के लिए इधर-उधर चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। उनके लिए प्रदेश मुख्यालय पर एक अधिकारी नियुक्त होगा जो सरकार व शिक्षकों के बीच कड़ी का काम करेगा।
शिक्षकों की समस्याओं के समाधान को लेकर आज अध्यापक एसोसिएशन की शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल के साथ हुई वार्ता में ये फैसले लिए गए। बैठक में विभाग की वित्तायुक्त एवं प्रधान सचिव सुरीना राजन, प्राथमिक शिक्षा निदेशक डी. सुरेश, अपर-निदेशक रितु सहित अन्य अधिकारी व शिक्षक संघ के पदाधिकारी मौजूद थे।
शिक्षा मंत्री ने वार्ता में मौजूद अधिकारियों को दो-टूक कहा कि हेड मास्टर हाई स्कूल के पद पर पदोन्नति के लंबित मामलों का शीघ्र निपटान करें। इसके लिए उन्होंने अधिकारियों को एक महीने का समय दिया है। शिक्षा मंत्री ने कहा कि अध्यापक एसोसिएशन की विभिन्न समस्याओं की सुनवाई के लिए मुख्यालय स्तर पर एक अधिकारी को अधिकृत किया जाए ताकि उन पर समयानुसार आवश्यक कार्रवाई की जा सके। उन्होंने कहा कि एसोसिएशन की सभी जायज मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार कर जल्द से जल्द आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। श्रीमती भुक्कल ने कहा कि अध्यापक वर्ग विद्यार्थियों को बेतहर शिक्षा प्रदान करने में सहयोग करें ताकि युवा पीढ़ी का उज्ज्वल भविष्य सुनिश्चित किया जा सके। राज्य सरकार प्रदेश को शिक्षा हब के रूप में विकसित कर रही है और इस दिशा में शिक्षकों की जिम्मेवारी अहम है। बैठक में बताया गया कि विभाग द्वारा 5548 मास्टरों को मिडिल हैड के पद पर पदोन्नति दी गई है। बाद में शिक्षा विभाग के गैर-शैक्षिणक स्टॉफ की विभिन्न मांगों के संबंध में आयोजित एक अन्य बैठक की अध्यक्षता करते हुए श्रीमती भुक्कल ने आश्वासन दिया कि उनकी सभी जायज मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार कर जल्दी ही निर्णय लिया जाएगा। गैर-शैक्षिणक स्टॉफ ने इस अवसर पर एक मांग-पत्र भी सौंपा। dt
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