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Friday, 20 December 2013

नए प्राध्यापकों को स्कूलों में दी गई अस्थायी नियुक्ति


** निर्देश : तुरंत अपने नजदीकी स्कूलों में पहुंचे 
हिसार : नए प्राध्यापकों को स्कूलों में अस्थायी नियुक्तियां दी गई हैं। काउंसलिंग तिथि आने के इंतजार में ये प्राध्यापक अभी तक डीईओ कार्यालय में ही उपस्थिति दर्ज करवा रहे थे। जिला शिक्षा अधिकारी ने अपने स्तर पर फैसला लेते हुए गुरुवार को इन्हें स्कूलों में जाकर पढ़ाने के आदेश दे दिए हैं। खासकर 14 और 15 दिसंबर को ज्वाइन कर चुके शिक्षकों को तुरंत नजदीकी स्कूलों में जाने को कहा गया है। 
गुरुवार सुबह डीईओ ऑफिस पहुंचे इन प्राध्यापकों को इस बारे में सूचना मिली तो वे स्कूलों की तरफ दौड़ पड़े। हालांकि इस हकीकत का पता बाद में लगा कि स्थायी नियुक्ति देने तक उन्हें स्कूलों में भेजा जा रहा है। 
इंडक्शन ट्रेनिंग जल्द 
स्कूलों में अस्थायी नियुक्ति कुछ दिनों के लिए ही है, क्योंकि प्राध्यापकों को जल्द ही इंडक्शन ट्रेनिंग पर भेजा जाना है। पहले यह ट्रेनिंग ज्वाइनिंग के बाद ही होती थी लेकिन इस बार इसे शायद पहले करवाया जाए। विभागीय आदेशों में यह भी कहा गया है कि प्राध्यापक लेसन प्लान तैयार कर इसे ऑनलाइन ही एससीईआरटी को भिजवाएं। 
गेस्ट टीचर स्कूल न छोड़ें 
डीईओ ने निर्देश दिए हैं कि नई नियुक्ति पाए अतिथि अध्यापक अपने स्कूलों को न छोड़ें। कम से कम काउंसलिंग तक तो वे उन्हीं स्कूलों में पढ़ाते रहें। उनके स्कूल छोडऩे से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होगी। स्थाई नियुक्तियों के दौरान उनकी पोजिशन को ध्यान में रखा जाएगा। हो सकता है कि कुछ को उन्हीं स्कूलों में रखा जाए। 
डीईओ ऑफिस में भीड़ न बढ़ाएं : डीईओ 
असमंजस की स्थिति न रहे इसलिए गुरुवार शाम ब्लॉक और विषयानुसार डीईओ ऑफिस के बाहर स्कूलों की सूची भी चस्पा कर दी गई। इसमें हिसार के सभी ब्लॉकों के स्कूल शामिल हैं। ये वही स्कूल हैं जो प्राध्यापकों ने 10 स्टेशनों की वरियता सूची में भरे थे। डीईओ का कहना है कि जिले के स्कूलों में शिक्षकों की भारी कमी है। ऐसे में ज्वाइनिंग ले चुके प्राध्यापकों को खाली बिठाने से अच्छा होगा कि उन्हें स्थाई नियुक्ति मिलने से पहले भी स्कूलों में पढ़ाने के लिए भेज दिया जाए।                                  db


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