रोहतक : एमडीयू की दूरस्थ शिक्षा में अब आंतरिक मूल्यांकन नहीं किया जाएगा। इसकी जगह अब पूरे 100 अंक की ही परीक्षा ली जाएगी। साथ ही, बहु विकल्पी प्रश्नों को भी परीक्षा से हटा दिया है। दूरस्थ शिक्षा निदेशालय की ओर से नए सत्र से इन नियमों को लागू करने की रूपरेखा तैयार कर ली गई है।आंतरिक मूल्यांकन को खत्म करने के पीछे बड़ा कारण दूरस्थ शिक्षा में पढ़ाई के आधार पर ही विद्यार्थियों को डिग्री देना है। अब तक डीडीई के तहत डिग्री लेने वालों की 70 अंक की लिखित परीक्षा व 30 अंक का आंतरिक मूल्यांकन होता था। ऐसे में स्टडी सेंटर की ओर से 30 में से 29 तक अंक देकर विद्यार्थियों को आगे बढ़ा दिया जाता है। इससे कई ऐसे विद्यार्थी भी परीक्षा में पास हो जाते हैं, जो थ्योरी में सिर्फ 5 अंक लेते हैं। इससे दूरस्थ शिक्षा की विश्वसनीयता पर सवाल उठने लगे। लेकिन अब इस आंतरिक मूल्यांकन के 30 अंकों को ही खत्म कर दिया गया है। अब छात्रों को 100 अंक की परीक्षा देनी होगी और परीक्षा में मिले अंकों के आधार पर ही पास और फेल निश्चित किया जाएगा। एमडीयू डीडीई को इस बार केंद्रीकृत करते हुए सिर्फ प्रदेशभर में ही चलाया जाएगा। db
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