पानीपत : सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एग्जामिनेशन (सीबीएसई) ने आगामी सेशन की तैयारियां शुरू कर दी हैं। इसके लिए बोर्ड ने संबंधित स्कूलों को अगले सेशन से शिक्षा का अधिकार (आरटीई) के रूल को पूरी तरह फॉलो करने का निर्देश दिया है। इस रूल के तहत अगले सेशन से कमजोर छात्रों के लिए स्पेशल क्लास लगाना, पढ़ाई के घंटों में इजाफा करना और शिक्षकों को प्रतिदिन शाम को एक घंटे अतिरिक्ति समय स्कूल में रुककर अगले दिन की क्लास की तैयारी करनी होगी। ऐसा इसलिए ताकि वे बेहतर ढंग से विद्यार्थियों को शिक्षा दे सकें।
200 घंटे देने होंगे कमजोर बच्चों को
नए डायरेक्शन के मुताबिक शिक्षकों को कक्षा 1 से 5 तक के बच्चों को साल में कम से कम 1200 घंटे की पढ़ाई करानी होगी। इसमें से दो सौ घंटे कमजोर विद्यार्थियों को स्पेशल क्लास में पढ़ाना होगा, ताकि वे अन्य छात्रों की तरह बेहतर सीख सकें। इसके अलावा प्रतिदिन आठ पीरियड चलेंगी। इनमें क्लास एक से लेकर पांच तक के बच्चों के लिए 45 मिनट की क्लास और उसके बाद के लिए 40 मिनट की क्लास होगी।
नए सेशन से सीबीएसई स्कूल में हर सप्ताह कम से कम 45 घंटे की पढ़ाई करने का निर्देश दिया गया है। सीबीएसई की ओर से दिए गए निर्देशों के मुताबिक आरटीई में दिए गए प्रोविजन के आधार पर ही सारे बदलाव किए जा रहे हैं। आरटीई के तहत हर सप्ताह 45 घंटे विद्यार्थियों को शिक्षा दी जानी चाहिए। db
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