चंडीगढ़ : शिक्षा विभाग के लिए शिक्षकों व प्राध्यापकों के आए दिन होने वाले आंदोलन सिरदर्द बन गए हैं। हरियाणा स्कूल लेक्चरर एसोसिएशन का आंदोलन किसी तरह निपटा तो अब हरियाणा मास्टर वर्ग एसोसिएशन मांगें पूरी न होने के कारण उग्र आंदोलन की राह पर है। रोहतक में प्रदर्शन करने के बाद अब मास्टर 8 दिसंबर से प्रदेश के मंत्रियों व विधायकों के निवास पर प्रदर्शन कर उन्हें ज्ञापन सौंपेंगे। जल्द मांगें पूरी न हुई तो मास्टर हड़ताल पर भी जा सकते हैं।
मास्टर वर्ग के उग्र तेवर अख्तियार करने कारण मिडल स्कूल मुख्याध्यापक के पद पर पदोन्नत हुए शिक्षकों को डीडीओ पावर व कार्य शक्तियां मिलने में हो रही देरी है। मौलिक शिक्षा निदेशक से यह शक्तियां मिलने की फाइल नवंबर महीने में प्रधान सचिव शिक्षा को भेज दी गई थी, लेकिन 12 नवंबर के बाद से यह वहीं पर अटकी हुई है। इस पर अंतिम मुहर न लगने से मास्टर खफा हैं। हरियाणा मास्टर वर्ग एसोसिएशन के अध्यक्ष रमेश मलिक का कहना है कि डीडीओ पावर व कार्य शक्तियां प्रदान करने में बेवजह की देरी जा रही है। विभाग की प्रधान सचिव से वे दो बार मिल चुके हैं, लेकिन उचित कार्रवाई नहीं हुई। हालांकि उन्होंने मांगें पूरी होने का आश्वासन दिया है। प्रधान सचिव शिक्षा सुरीना राजन का कहना है कि डीडीओ पावर व कार्य शक्तियां प्रदान करने का मामला अंतिम चरण में है। जल्द ही अधिसूचना जारी कर दी जाएगी।
डीडीओ पावर व कार्य शक्तियां मिलने के फायदे :
मिडल स्कूल मुख्याध्यापक पहली से 8वीं तक सामान्य प्रशासन देखेंगे। dj
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