.

.

Breaking News

News Update:

How To Create a Website

Friday, 4 July 2014

मिड डे मील: नहीं मिली मिस्सी रोटी तीन दिन से खा रहे चावल

** अप्रैल में मिड-डे मील के मेन्यू में होना था परिवर्तन 
गुडग़ांव : सरकारी स्कूलों में मिलने वाले मिड-डे मील के तहत बच्चों को मिस्सी रोटी नहीं मिल रही है। उन्हें तीन दिन से चावल परोसा जा रहा है। स्थिति यह है कि बच्चे मीठे चावल, दाल, छोले-चावल खाकर ऊब गए हैं। गुरुवार को जब बच्चों के सामने चावल-दाल आया, तो उन्होंने कहा कि एक माह की छुट्टी के बाद मेन्यू में कुछ परिवर्तन की उम्मीद थी। लेकिन तीन दिन से चावल ही खिलाया जा रहा है। जबकि शिक्षा विभाग ने आदेश जारी किया था कि अप्रैल 2014 के पहले हफ्ते से मिड-डे मील में बच्चों को पौष्टिक आहार के तौर पर मिस्सी रोटी, सोया और हरी सब्जियां दी जाएंगी। लेकिन शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारी इसे चार माह बाद भी लागू नहीं कर सके। 
क्या कहते हैं बच्चे 

  • गुरुवार को बच्चों से खाने को लेकर बात की गई तो सदर बाजार स्थित प्राइमरी स्कूल के चौथी क्लास के सोनू ने कहा कि यहां के खाने में कोई स्वाद नहीं है। प्रतिदिन दोपहर में इंतजार रहता है कि शायद आज खाने में कुछ नया आए, लेकिन मीठे चावल, छोले-चावल, दाल-चावल ही खाने को मिल रहा है। 
  • इसी तरह कन्या सरकारी स्कूल में पढ़ने वाली खुशबू ने बताया कि स्कूल में मिड डे के कारण मम्मी टिफिन भी नहीं देती हैं। खुशबू ने बताया कि पहले कड़ी-चावल मिलते थे ,लेकिन कई महीने से वह भी बंद कर दिया गया। 
  • कुछ सरकारी प्राथमिक स्कूलों के हेड मास्टर ने बताया कि मिड डे मील में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है। बच्चों को खाना नहीं भा रहा है। ज्यादातर खाना बच्चे थालियों में ही छोड़ दे रहे हैं।

"मिड-डे मील में परिवर्तन कर दिया गया है, लेकिन मिस्सी रोटी को शामिल नहीं किया गया है। नए मेन्यू में सोया को शामिल किया गया है। यदि स्कूलों में अभी पुराने मेन्यू के हिसाब से बच्चों को भोजन परोसा जा रहा है तो इसकी जांच की जाएगी।"--प्रेमलता, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी 
"शिक्षा विभाग ने मार्च में ही मिड-डे मील के मेन्यू में परिवर्तन करने को कहा था। इसमें मिस्सी रोटी अन्य पौष्टिक आहार वाली सामग्री शामिल की जानी थी। योजना ठंडे बस्ते में डाल दी गई है। इसके लिए प्राथमिक विद्यालय अध्यापक संघ द्वारा शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारियों से बात की जाएगी।"--तरुण सुहाग,प्रधान प्राथमिक विद्यालय अध्यापक संघ                                                           db

No comments:

Post a Comment

Note: only a member of this blog may post a comment.