** शिक्षा निदेशालय ने सभी स्कूल प्रभारियों को इस संबंध में आदेश दे दिए हैं
महिला सुरक्षा के मद्देनजर अब सरकारी स्कूलों के मुख्य द्वार पर भी महिला हेल्पलाइन नंबर 1091 लिखा जाएगा। शिक्षा निदेशालय ने सभी स्कूल प्रभारियों को इस संबंध में आदेश दे दिए हैं। आदेश मिलने के बाद सरकारी स्कूलों ने मुख्य द्वार पर महिला हेल्पलाइन नंबर लिखाना शुरू कर दिया है। विभागीय अधिकारियों द्वारा निरीक्षण के दौरान यदि नंबर लिखा नहीं मिला तो स्कूल प्रभारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
महिला अपराधों को रोकना उद्देश्य
महिलाओंके साथ होने वाली घटनाओं को रोकने के लिए प्रशासन ने सभी थानों, पुलिस चौकियों, वाहनों अन्य सार्वजनिक जगह महिला हेल्पलाइन नंबर 1091 लिखाया है। महिला हेल्पलाइन नंबर विभिन्न स्थानों पर लिखाए जाने का मकसद है कि महिलाओं के साथ घटना होते देखकर तुरंत पुलिस को सूचना दी जा सके। तिपहिया अन्य वाहनों की तरह सरकारी स्कूलों के मुख्य द्वार पर भी आपको महिला हेल्पलाइन नंबर 1091 लिखा मिलेगा। अब हर गांव शहर के सरकारी स्कूलों के कार्यालय या फिर मुख्यद्वार पर महिला हेल्पलाइन का नंबर 1091 लिखा जाएगा। जिससे स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे भी किसी घटना की जानकारी पुलिस को दे सकें।
लाल रंग से लिखा जाएगा नंबर
सर्वशिक्षाअभियान के जिला समन्वयक डीसी चौधरी के अनुसार महिला हेल्पलाइन नंबर 1091 सरकारी स्कूलों के मुख्य द्वार या कार्यालय के सामने लिखने के लिए स्कूल प्रभारियों को सूचना भेजी जा चुकी है। नंबर दीवार पर सफेद रंग कराकर लाल रंग से लिखा जाएगा। जिससे उसे दूर से ही पढ़ा जा सके। इसके लिए उच्च न्यायालय के भी आदेश हैं। स्कूलों में महिला हेल्पलाइन का नंबर लिखने का मुख्य उद्देश्य वहां पढ़ने वाले विद्यार्थी भी गांव या शहर में महिलाओं के साथ होने वाली घटना की सूचना पुलिस को दे सकें। उनका कहना है कि इससे काफी हद तक महिला संबंधी अापराधिक घटनाओं पर रोक लगाने में कामयाबी मिल सकती है। dbfrbd
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