शिक्षा विभाग ने शिक्षकों को राहत दिलाने के लिए इस वर्ष वार्षिक गोपनीयता रिपोर्ट के रूप में एसीआर के फार्म भरवाने की प्रक्रिया बेशक खत्म कर एक नया सकारात्मक कदम उठाया हो लेकिन यही सकारात्मक पक्ष अब शिक्षकों का रास नहीं रहा है।
इस साल एपीएआर (एनुवल परफार्मेंस एप्रेजल रिपोर्ट) भराई गई है। चार जुलाई को सभी सरकारी स्कूलों में नॉन वर्किंग-डे मनाकर एपीएआर रिपोर्ट के बारे में शिक्षकों को बताया गया था। इससे पहले एसीआर केवल एक पृष्ठ की होती थी और इसमें वाजिब सूचनाएं विभाग को उपलब्ध कराई जाती थी।
अब एपीएआर में 25 पृष्ठों की सूचनाएं विभाग को उपलब्ध कराई जाएंगी। 4 जुलाई से पहले शिक्षकों को इन 25 पृष्ठों को भरने के बारे में कोई प्रशिक्षण भी नहीं दिया गया था, इस वजह से इन्हें भरने में शिक्षकों को परेशानियों से जूझना पड़ है। ऐसे में अब शिक्षकों को यह डर भी सता रहा है कि उनके हैड पहली बार भरी गई एपीएआर की कुछ गलतियों के कारण उस पर गलत टिप्पणी करेंगे। 25 पृष्ठों की एपीएआर भरकर शिक्षकों ने अपने अफसरों को इसे सौंप दिया है। इसके बाद रिपोर्टिंग अधिकारी 15 जुलाई तक अपनी रिपोर्ट समीक्षा अधिकारी को देगा। समीक्षा अधिकारी 31 जुलाई तक स्वीकारता अधिकारी को सौंपेगा। स्वीकारता अधिकारी द्वारा मूल्यांकन 14 अगस्त तक होगा। यदि किसी अधिकारी के विरुद्ध कोई टिप्पणी है तो इसकी सूचना 15 सितंबर तक दी जाएगी। यदि किसी शिक्षक के खिलाफ गलत टिप्पणी है तो वह इसके विरोध में 15 अक्टूबर तक अपील कर सकता है। अपील पर निर्णय 15 नवंबर तक होंगे।
जिला शिक्षा अधिकारी सुमन आर्य ने बताया कि शिक्षकों की सुविधा के लिए ही नई व्यवस्था तैयार की गई है। जिन शिक्षकों का रिकॉर्ड ठीक है, उन्हें चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है।
क्या है एपीएआर
इसमेंशिक्षकों की नियुक्ति तिथि, निजी विवरण, लिए गए अवकाशों का विवरण, पूरे वर्ष में लिए गए प्रशिक्षणों का विवरण, अन्य शैक्षणिक गैर शैक्षणिक गतिविधियों का विवरण, आत्म मूल्यांकन, शिक्षक द्वारा निर्धारित लक्ष्य तथा उनकी प्राप्ति एवं कमियों का विवरण, परीक्षा परिणाम प्रतिशतता के हिसाब से, छात्रों की औसत उपस्थिति, सीसीई(छात्रों का आत्म मूल्यांकन) रिपोर्ट का विवरण, शैक्षणिक कुशलता, अतिरिक्त शैक्षणिक कुशलता, मनोवृत्ति आदि के बारे में विस्तृत जानकारी देनी होती है। dbambl
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