एसीपी के लिए डीईईओ से मिले शिक्षक
हिसार : मौलिक शिक्षा विभाग की ओर से जेबीटी टीचर्स की लगाई जाने वाली एसीपी विभाग की नई स्कीम एपीएआर के चक्कर में लटक गई है। प्राथमिक शिक्षकों की यह एसीपी 8, 16 और 24 वर्ष की पूर्ण सेवा उपरांत लगाई जानी प्रस्तावित थी, लेकिन एपीएआर के कारण विभाग ने इसे रोक दिया है। यह आरोप राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने लगाया। इसे लेकर संघ का एक प्रतिनिधिमंडल शुक्रवार को जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी से मिला और अपनी आपत्ति दर्ज कराई। प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व संघ के महासचिव वेदपाल रायपुर ने किया।शिक्षकों ने डीईईओ को बताया कि एसीपी के लिए एपीआर जरूरी नहीं है। विभाग ने एपीएआर अक्टूबर माह तक पूरी करनी है जबकि एसीपी का मामला अप्रैल माह से बकाया है। प्राथमिक शिक्षकों ने सबूत के तौर पर खंड कार्यालयों में पड़े बकाया मामलों की फाइलें डीईईओ के समक्ष पेश कर मामले से अवगत कराया। संघ के प्रेस सचिव संदीप मलिक ने बताया कि राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ द्वारा एपीएआर का पूरे प्रदेश में विरोध किया जा रहा है, क्योंकि इसको लिखने की शक्ति स्कूल इंचार्ज को नहीं दी गई है, जिसका प्राथमिक शिक्षक विरोध कर रहे हैं। जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया कि एपीएआर की वजह से एसीपी का कोई भी केस नहीं रोका जाएगा। db
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