रोहतक : मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा हर बार यही कहते हैं कि अतिथि अध्यापक मेरा पौधा है, लेकिन 10 वर्ष राज करने के बाद बाद भी यह पौधा, पौधा ही बनकर रह गया। पेड़ नहीं बन सका। यह सरकार की अदूरदर्शिता का परिणाम है। ये बात हरियाणा अतिथि संघ के प्रदेश संयोजक राजेंद्र शर्मा ने कही। वे शनिवार को हुड्डा ग्राउंड में महा-आक्रोश रैली में प्रदेश भर से आए हजारों अतिथि अध्यापकों को संबोधित कर रहे थे। इससे पूर्व, उनकी पुलिस के साथ जमकर नोकझोंक हुई। अर्बन एस्टेट पुलिस को गिरफ्तारी दी। इसमें करीब 322 पुरुष और आठ महिला शिक्षिकों ने गिरफ्तारी दी। हालांकि बाद में पुलिस ने उन्हें छोड़ दिया।
इससे पूर्व, शिक्षक नेताओं ने कहा कि अगर सरकार ने अतिथि अध्यापकों की मांग को नहीं माना तो सरकार को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। आने वाले विधानसभा चुनावों में कांग्रेस पार्टी का जमकर विरोध किया जाएगा। सहसंयोजक कुलदीप झरौली व पारस ने जल्द ही 3 वर्ष की पॉलिसी में नियमित करने की मांग की। रणधीर मोर ने कहा कि सरकार अतिथि अध्यापकों को हल्के में ना ले। बीए-बीएड व जेबीटी की पोस्ट पर कार्यरत अतिथि अध्यापकों की कॉम्बिनेशन की मांग को मानकर सरकार ने नोटिफेकशन जारी नहीं किया है। राजेश खत्री ने 10 प्रतिशत पे बढ़ाने पर रोष प्रकट किया। महासचिव कर्मचारी महासंघ विरेंद्र धनखड़ ने अतिथि अध्यापकों को सर्मथन देने की बात कही। वहीं अतिथि अध्यापकों के आंदोलन में शहीद राजरानी के पिता रणधीर कुंडू ने कहा कि उनकी बेटी की शहादत के समय कांग्रेस सरकार ने सभी अतिथि अध्यापकों को पक्का करने की मांग की थी। अगर मांग नहीं मानी तो विधानसभा चुनावों में सबक सिखाएंगे। hb
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