डबवाली : राजकीय स्कूलों में खिलाड़ी और खेल शिक्षक एक माह से विभागीय गेम्स की तैयारी कर रहे थे, वहीं इसी बीच बोर्ड ने परीक्षाओं का कैलेंडर जारी कर दिया। अब विद्यार्थियों को खेल छोड़ परीक्षा की तैयारी करनी होगी। वहीं शिक्षा विभाग जुलाई में स्थगित किए स्कूली गेम केलेंडर को जारी करना भूल गया।
विभाग ने 10वीं 12वीं की बोर्ड की परीक्षाओं की शेड्यूल जारी कर दिया है। जिसमें 10 सितंबर से 4 अक्टूबर तक का समय रखा गया है। चूंकि अधिकतर गेम्स में 10वीं और 12वीं के विद्यार्थी टीमों में शामिल होते हैं। स्कूलों के लिए खेलों को शेड्यूल अभी तक भी जारी नहीं किया गया है और सितंबर के दूसरे सप्ताह से राष्ट्रीय स्तर के खेलों को कैलेंडर भी जारी हो चुका है। जिसमें स्कूलों से जोन, जिला स्टेट स्तर पर खेलने वाले खिलाड़ी हिस्सा लेते हैं। परीक्षाओं के बाद प्रदेश में चुनाव होने से खेलों का होना खटाई में नजर रहा है। जुलाई के दूसरे पखवाड़े में खेलों को आगे बढ़ाए जाने के बाद विभाग की खेल उपनिदेशक कमला सैनी ने 31 जुलाई को नए एलिजिब्लिटी, न्यू एंट्री फार्म जारी कर सभी जोनल हेड को डीपीई पीटीआई को इससे संबंधित जानकारी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए थे। जिसमें यह भी तय था इन दोनों फार्म नहीं भरने वालों को खेलों में एंट्री नहीं देने के आदेश थे। इससे उम्मीद थी कि गेम्स अगस्त में होंगे। अगस्त में खिलाडिय़ों के दोबारा फार्म भरकर तैयार किए गए थे।
"खेलों के प्रति विद्यार्थियों में रूचि है जिसकी तैयारी भी करा रहे हैं। अब बोर्ड की परीक्षा खेलों से पहले हो जाने से विद्यार्थियों की रूचि कम हो जाएगी। शिक्षा विभाग को परिस्थितियों को समझना चाहिए ताकि निचले स्तर से ज्यादा खिलाड़ी तैयार हो सकें और वे परीक्षाओं में पास हो सकें।''--कुलविंद्रसिंह,पीटीआई,मट्टदादू db
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