पंचकूला : हरियाणा स्कूल लेक्चरर्स एसोसिएशन (हसला) के सैकड़ों लेक्चरर्स सोमवार को सामूहिक अवकाश लेकर अपनी लंबित मांगों को लेकर शिक्षा सदन का घेराव करने निकले। लेकिन पुलिस ने शिक्षा सदन का घेराव नहीं करने दिया। इसके बाद सभी लेक्चरर्स सदन के बाहर ही बैठ गए। सरकार विभाग के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। ट्रैफिक में भारी दिक्कत आई। पुलिस ने ट्रैफिक को डायवर्ट कर दिया।
कई बार बैठकें :
राज्य के कार्यकारी प्रधान बालकिशन यादव ने बताया कि हसला ने कई बार सरकार के प्रतिनिधियों से बात भी की लेकिन अभी तक सरकार ने उनकी मांगें नहीं मानी। उन्होंने आरोप लगाया है कि पिछले दिनों शिक्षा विभाग की आयुक्त सुरीना राजन के आदेशों पर पदों का वैज्ञानीकरण (रेशनेलाइजेशन) करने का कार्य शुरू करने की योजना बनाई। हसला के पदाधिकारियों ने रेशनलाइजेशन नीति को जुलाई 2014 के आधार पर करने का सुझाव दिया। जिसमें पिछले पांच छह महीने से नव-नियुक्त पीजीटी लेक्चरर्स को भी शामिल किया गया।
ये हैं मुख्य मांगें
- 1 जनवरी 2006 से 5400 ग्रेड पे दिया जाए।
- पोस्ट ग्रेजुएट टीचर (पीजीटी) का पदनाम बदलकर लेक्चरर रखा जाए।
- कॉलेज काडर की योग्यता रखने वाले स्कूल लेक्चरर्स को कॉलेज लेक्चरर्स के लिए पदोन्नत किया जाए।
- लंबित पड़े एसीपी ग्रेड के मामले को निपटाया जाए।
- सभी लेक्चरर्स को 2000 रुपए हर महीने अंतरिम राहत दी जाए। db
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