जींद : नौंवी कक्षा के विद्यार्थियों की लर्निंग लेवल ऑब्जर्वेशन परीक्षा के दूसरे चरण में गुरुवार को गणित का पेपर था। शिक्षा विभाग द्वारा स्कूलों में गलती से अंग्रेजी का प्रश्न पत्र बांट दिया गया। जानकारी पर आनन फानन में सही प्रश्नपत्र भिजवाया गया।
जींद खंड के 44 स्कूलों में करीब 2700 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी है । परीक्षा के प्रथम चरण में सुबह नौ बजे से हिंदी और दोपहर साढ़े 11 बजे गणित विषय की परीक्षा होनी थी। दूसरे चरण में गणित की जगह जींद खंड के स्कूलों में अंग्रेेजी विषय का प्रश्न पत्र पहुंच गया। इसका पता शिक्षा विभाग के अधिकारियों को उस समय लगा, जब सभी परीक्षा केंद्रों पर प्रश्न पत्र पहुंच गया। सूत्रों के अनुसार एक बार तो गणित की जगह अंग्रेजी की परीक्षा करवाने की तैयारी भी हो गई थी, लेकिन बाद में इसकी गंभीरता को समझते हुए खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय से गणित के प्रश्नपत्र भेजे गए।
करीब दो घंटे देरी से हुई परीक्षा
सूत्रों के अनुसार खंड के कई दूर दराज के गांवों में बने केंद्रों में एलएलओ परीक्षा करीब दो घंटे देरी से शुरू हो पाई। वहीं नजदीकी केंद्रों पर समय रहते प्रश्न पत्र पहुंच गए।
नहीं खुले प्रश्न पत्र
"हां गलती से गणित की जगह अंग्रेजी के प्रश्न पत्रों के पैकेट स्कूलों में पहुंच गए थे, लेकिन समय रहते इसका पता चल गया और कहीं भी प्रश्न पत्र खुला नहीं है। परीक्षा बिना किसी दिक्कत के हुई है।"--बलबीर भनवाला, खंड शिक्षा अधिकारी।
ढकोसला है परीक्षा
"इस प्रकार की परीक्षा पूरी तरह से ढकोसला है। इससे पहले मार्च महीने में तीसरी और पांचवीं कक्षाओं की परीक्षा भी ली गई थी, इसका परिणाम आज तक नहीं आया है। यह स्कूलों को निजी हाथों में सौंपने की साजिश है। सरकार को अधिकारियों की जवाबदेही तय करनी चाहिए। ऐसा हुआ है तो गलत हुआ है। यदि ऐसा किसी शिक्षक के कारण होता तो उससे जवाब तलब होते और तरह-तरह से परेशान किया जाता, लेकिन अधिकारी के मामले में कुछ नहीं होता।"--सुनील आर्य, प्रदेश प्रवक्ता, राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ au
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