** कैप्टन, किरण और महेंद्र प्रताप नहीं पहुंचे मंत्रिमंडल की बैठक में
** मुख्यमंत्री के कर्मचारियों के वादे पर मंत्रिमंडल ने किया मंजूर
चंडीगढ़ : हरियाणा मंत्रिमंडल की बैठक में कर्मचारियों की रिटायरमेंट आयु बढ़ाने का कुछ मंत्रियों ने विरोध किया है। इनमें पीडब्ल्यूडी मंत्री रणदीप सुरजेवाला और सहकारिता मंत्री सतपाल सांगवान शामिल हैं। रणदीप सुरजेवाला ने दलील दी कि रिटायरमेंट आयु बढ़ाए जाने से बेरोजगारी बढ़ेगी। लिहाजा यह प्रस्ताव उचित नहीं है। दो मंत्रियों के विरोध के बावजूद इस प्रस्ताव को मंत्रिमंडल की बैठक में सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया। बैठक में तीन मंत्री नहीं पहुंच पाए थे।
प्रदेश सरकार ने शनिवार रात कर्मचारी नेताओं के साथ वार्ता के बाद रिटायरमेंट आयु 58 साल से बढ़ाकर 60 साल करने पर सहमति प्रदान की थी। मंत्रिमंडल की रविवार को हुई बैठक में इसे मंजूर कराने के लिए जब चर्चा हुई तो रणदीप सुरजेवाला ने विरोध किया। सूत्रों के अनुसार उन्होंने दलील दी कि इस फैसले से चुनावों में फायदा होने की बजाय नुकसान हो सकता। युवाओं को भी नौकरी के नए अवसर नहीं मिलेंगे और न ही पदोन्नतियां हो पाएंगी। कर्मचारियों की रिटायरमेंट आयु बढ़ाने से बेरोजगारी बढ़ सकती है। सहकारिता मंत्री सतपाल सांगवान भी इस फैसले के हक में नहीं थे। जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी मंत्री किरण चौधरी, सिंचाई मंत्री कैप्टन अजय यादव और राजस्व मंत्री महेंद्र प्रताप सिंह इस बैठक में हाजिर नहीं थे। मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने बैठक में कहा कि वह कर्मचारियों से वादा कर चुके हैं। इसलिए इस प्रस्ताव को वापस नहीं लिया जा सकता है। बाद में इस प्रस्ताव को सर्वसम्मति से मंजूरी प्रदान कर दी गई।
रोडवेज कर्मचारी भी रिटायरमेंट आयु बढ़ाने के विरोध में :
आल हरियाणा रोडवेज वर्कर्स यूनियन के राज्य प्रधान हरि नारायण शर्मा, महासचिव रमेश सैनी और प्रेस प्रवक्ता बलवान सिंह ने रिटायरमेंट आयु बढ़ाने के फैसले को बेरोजगार युवाओं के साथ धोखा करार दिया है। उन्होंने कहा कि इससे युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर खत्म होंगे और पदोन्नतियों पर असर पड़ेगा। उन्होंने रिटायर हो चुके अधिकारियों व कर्मचारियों को रि-इंपलाइमेंट दिए जाने का भी विरोध किया। यूनियन ने 23 अगस्त को सैनी धर्मशाला जींद में रोडवेज कर्मचारियों का राज्य सम्मेलन बुलाया है, जिसमें अगले आंदोलन की घोषणा होगी।
रिटायरमेंट आयु बढ़ने से नई नियुक्तियों पर असर नहीं
मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने रिटायरमेंट आयु बढ़ाने से बेरोजगारी बढ़ने की संभावना से इनकार किया है। उन्होंने पत्रकारों के पूछने पर कहा कि राज्य में सरकारी नौकरी के लिए पात्रता आयु 40 साल पहले से ही है, जो कि ज्यादा है। इसके अलावा सरकार के पास नौकरियों के हजारों पद हैं, जिन्हें भरने की प्रक्रिया चल रही है। ऐसे में रिटायरमेंट आयु बढ़ाने के बाद नई नियुक्तियों पर कोई विपरीत असर नहीं पड़ेगा। dj
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