चंडीगढ़ : विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया संपन्न होने के बाद प्रदेश के सरकारी स्कूलों में कार्यरत 14 सौ टीजीटी (टेंड ग्रेजुएट टीचर्स) को पदोन्नति की सौगात मिलने वाली है। शिक्षा निदेशालय 22 अक्टूबर के बाद किसी भी समय टीजीटी की पदोन्नति सूची जारी कर सकता है। टीजीटी इसके बाद मिडिल स्कूल हेडमास्टर की कुर्सी पर विराजमान होंगे। टीजीटी की प्रमोशन के बाद मिडिल स्कूलों में खाली पड़े हेडमास्टर के अधिकांश पद भर जाएंगे।
अभी लगभग पंद्रह सौ पद मौलिक स्कूल मुख्याध्यापकों के खाली चल रहे हैं। इनका जिम्मा उच्च व वरिष्ठ माध्यमिक स्कूलों के मुख्याध्यापक व प्रिंसीपल ही संभाल रहे हैं। शिक्षा निदेशालय ने मिडिल स्कूल हेडमास्टर के पद भरने के लिए लंबे समय से पदोन्नति प्रक्रिया शुरू की हुई है, लेकिन ये सिरे ही नहीं चढ़ पा रही। जुलाई महीने में टीजीटी से प्रोन्नति के लिए आवश्यक दस्तावेज मांगे गए थे।
अधिकांश शिक्षकों ने समय पर सभी औपचारिकताएं पूरी कर दी, मगर कुछ मास्टरों ने अधूरे कागजात शिक्षा निदेशालय को भेज दिए। इससे सभी 1400 टीजीटी की पदोन्नति प्रक्रिया अधर में लटक गई। चुनाव आचार संहिता लगने से पहले निदेशालय ने उन शिक्षकों से अपने शैक्षणिक व अनुभव दस्तावेज पूरे करने के लिए कहा था, जिनका रिकार्ड अधूरा था। शिक्षकों ने अपने दस्तावेज तो विभाग का डंडा चलने पर पूरा कर दिए। लेकिन, 12 सितंबर को आचार संहिता लागू होने पर सारी प्रक्रिया रुक गई।
सेकेंडरी शिक्षा विभाग के महानिदेशक ने विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव से पदोन्नति सूची जारी करने की अनुमति मांगी थी, लेकिन उन्होंने मंजूरी नहीं दी। अब 22 अक्टूबर के बाद शिक्षा महानिदेशक स्वीकृति लेकर सूची जारी कर देंगे। हरियाणा स्कूल मास्टर वर्ग एसोसिएशन के अध्यक्ष रमेश मलिक ने बताया कि सोमवार को टीजीटी का प्रतिनिधिमंडल सेकेंडरी शिक्षा महानिदेशक से मिलेगा। उनसे जल्द सूची जारी करने की मांग की जाएगी। उन्होंने बताया कि टीजीटी ने पदोन्नति के लिए सभी औपचारिकताएं पूरी कर दी हैं। dj
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