कैथल : जिले के चालीस सरकारी स्कूलों का समायोजन हो सकता है। इस कारण इन स्कूलों में मिड-डे मील और चतुर्थश्रेणी कर्मियों की छुट्टी हो सकती है।
दरअसल, शिक्षा विभाग के अधिकारी ने वीरवार को जिले के करीब 40 हेड टीचरों की मीटिंग ली। इसमें विद्यार्थियों कीे संख्या व समायोजन पर विचार किया गया। यदि स्कूलों का समायोजन किया जाता है तो हेडमास्टर के पदों के अलावा मिड-डे मील वर्करों सहित कई पदों पर असर पड़ेगा तथा कई स्कूल बंद हो जाएंगे।
हालांकि अधिकारी इस बारे में खुलकर कुछ भी बताने को राजी नहीं हैं। लेकिन इस सुगबुगाहट के कारण विभाग में हड़कंप मच गया है।
जानकारी के अनुसार, वीरवार को हुडा सेक्टर-19 में स्थित खंड मौलिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में जिले के 40 हेड टीचरों की बैठक हुई। अध्यक्षता खंड मौलिक शिक्षा अधिकारी ने की।
बैठक में हेड टीचरों को बताया कि स्कूल में बनी प्रबंधक समिति स्कूल समायोजन के लिए प्रस्ताव डालेगी। अगर जिले के 40 स्कूलों को समायोजन किया जाता है तो ऐसी स्थिति में मिड-डे मील वर्कर, सेल्फ हेल्प ग्रुप व चौकीदार, स्वीपर की नौकरी पर खतरा हो सकता है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने हेड टीचरों को इस बारे में किसी को भी कुछ भी बताने से मना कर रखा है।
इनकी नौकरी खतरे में
जिले में अगर 40 स्कूलों का समायोजन होता है तो मिड-डे मील, सेल्फ हेल्प ग्रुप, चौकीदार और स्वीपरों की नौकरी खतरे में पड़ सकती है। क्याेंकि समायोजन में स्कूलों में ये सभी पहले से मौजूद होंगे। ऐसे में जिन स्कूलों का समायोजन किया जाएगा। उन स्कूलों में ठेके पर लगे कर्मचारियों की छुट्टी होगी।
"कुछ लोगों द्वारा अफवाह फैलाई जा रही है। ऐसा कुछ नहीं है। किसी स्कूल का समायोजन नहीं किया जा रहा है। किसी तरह की मीटिंग नहीं हुई है।"--सुरेंद्र मोर, खंड मौलिक शिक्षा अधिकारी। au
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